… जब अपने ही मंच से मिली स्वामी प्रसाद मौर्य को लताड़
आगरा। बीएसपी छोड़कर बीजेपी में आए स्वामी प्रसाद मौर्य के दल बदलने पर सवाल उठने लगे हैं। समाज की ठेकेदारी की बात कहकर उन्हें आड़े हाथ लिया जा रहा है। आगरा में एक सम्मेलन के दौरान मंच से उनके खिलाफ आवाजें उठीं तो सम्मेलन में अफरा-तफरी मच गई। तय वक्त से कुछ देर के लिए मौर्य का सम्मेलन स्थल तक आना टाल दिया गया। माहौल सामान्य होने पर ही मौर्य सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे।
लोकतांत्रिक बहुजन मंच की ओर से आगरा में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। सम्मेलन में बड़ी संख्या में कुशवाहा समाज के लोग थे। स्वामी प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले समाज के दूसरे लोग सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान कुछ वक्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य को निशाना बनाते हुए सवाल दागने शुरू कर दिए। उनका कहना था कि बाबू सिंह कुशवाहा और स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाज को बांटकर रख दिया है। कल तक भगवान राम के लिए अपशब्द बोलते थे, अब भगवान राम की जय करने वालों की पार्टी में आ गए हैं। आज यहां हैं तो कल कहीं और होंगे।
वक्ताओं ने कहा कि मौर्य जहां जाते हैं वहां समाज को अपने पीछे बताते हैं। राजनीति के चलते समाज को गुमराह कर दिया है। अब समाज ऐसे लोगों के बहकावे में नहीं आएगा। एक के बाद एक तीन लोगों ने मंच से इस तरह के भाषण देकर सनसनी फैला दी। आयोजक ने मामला संभालने की कोशिश की। भाषण देने वाले लोगों को समझा-बुझाकर मंच से नीचे लाया गया। सूत्रों की मानें तो हालात को भापंते हुए तुरंत मौर्य के आने के समय को थोड़ा टाल दिया गया। स्थिति सामान्य होने पर ही उन्हें सम्मेलन स्थल पर लाया गया।