बुरे दिन में बदल गए अच्छे दिन के वादे
आजमगढ़ की महारैली में भाजपा पर बरसीं मायावती
नई दिल्ली: बीएसपी प्रमुख मायावती ने आज सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के गढ़ आज़मगढ़ में महारैली के जरिए पूर्वांचल में चुनावी प्रचार का बिगुल फूंका. अपनी रैली में उनहोंने कांग्रेस, बीजेपी और सपा समेत सभी पर निशाना साधा. रैली में उन्होंने कहा कि अच्छे दिन के वादे बुरे दिन में बदल गए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सांप्रदायिकता बढ़ाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी दलितों और अति पिछड़ा वर्ग को बहला रही है.
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को लालकिले से दिया गया भाषण पूरी तरह से राजनीतिक था. मायावती ने बोला, यूपी में अराजक तत्वों का राज है. यूपी असुरक्षित है. ऐसे लोगों को सत्ता में आने से रोकना है. मायावती ने कहा कि रैली को लेकर लोगों में भारी जोश, पंडाल के बाहर भी लोग जुटे हैं. बीएसपी को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता.
उन्होंने महारैली के दौरान पूछा कि दो साल में केंद्र सरकार ने आखिर किया क्या है? दो साल में पूर्वांचल के लोगों का भला हुआ क्या? क्या आज गरीबों को सस्ता अनाज मिल रहा है? उन्होंने कहा कि बिजली पानी और स्वास्थ्य सेवाओं के वादे झूठे निकले. उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी और सपा की मिलीभगत है. यदि कांग्रेस सत्ता से बाहर है तो इसलिए क्योंकि उसकी नीतियां ग़लत रहीं.
2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ से चुनाव जीता था. यहां की 10 विधानसभा सीटों में से ज़्यादातर पर सपा का दबदबा है. ऐसे में मायावती की पूरी कोशिश सपा के वोटबैंक में सेंध लगाने की हैं. आजमगढ़ मुस्लिम बहुल इलाका है. इस चुनाव में मायावती दलितों के साथ-साथ मुसलमानों को लुभाने की कोशिश में लगी हैं. पिछले हफ़्ते मायावती ने आगरा से चुनाव प्रचार का आग़ाज़ किया था. चुनाव तक हर हफ़्ते मायावती एक बड़ी रैली करेंगी.