बोल्ट ने किया अपनी महानता का एलान
रियो डी जनेरियो: दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट ने अपने करियर का नौवां ओलिंपिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद खुद को 'महान' स्वीकार कर लिया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 29 वर्षीय धावक ने शुक्रवार को रियो ओलिंपिक में पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर रिले रेस की विजेता जमैकाई टीम के फिनिशर रहे. जमैका लगातार दूसरी बार इस स्पर्धा का स्वर्ण जीतने में सफल रही है.
इस जीत से बोल्ट ने अपने करियर का नौवां स्वर्ण पदक हासिल कर लिया. उन्होंने इससे पहले 31वें ओलम्पिक खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर रेस में भी स्वर्ण पदक जीता. बोल्ट ने लगातार तीन ओलिंपिक खेलों में इन तीनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीत एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
जमैका के दिग्गज धावक रियो ओलिंपिक के बाद संन्यास लेने का भी इरादा जता चुके हैं. उन्होंने कहा, 'अब आप कह सकते हैं कि मैं महानतम हूं. अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं. यह सच हो गया. मैं काफी खुश हूं और खुद पर गौरवान्वित हूं.'
इस स्पर्धा में अमेरिका ने तीसरे स्थान पर रेस को समाप्त किया था, लेकिन बैटन के आदान-प्रदान में हुई गलती के कारण अमेरिकी टीम को अयोग्य करार दिया गया. त्रिनिदाद और टोबैगो को भी अयोग्य करार दिया गया है, जिससे चीन की टीम चौथे स्थान पर पहुंच गई. इसके अलावा जापान की टीम को इस स्पर्धा में रजत और अमेरिका के निष्कासित होने के बाद कनाडा को कांस्य पदक हासिल हुआ.