नई दिल्‍ली : संकटग्रस्त बजट एयरलाइन स्पाइसजेट अपने कर्मचारियों की छंटनी पर विचार कर रही है। इस बात की पूरी संभावना है कि स्‍पाइस जेट में छंटनी हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, करीब दो हजार कर्मचारियों को कंपनी से बाहर किया जा सकता है। वहीं, एक रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइन के नए मैनेजमेंट में शीर्ष स्‍तर पर बदलाव संभव है।

स्पाइसजेट के मूल संस्थापक और नए मालिक अजय सिंह ने कंपनी के पुनरत्थान के लिए पंचवर्षीय योजना बनाई है और वह कंपनी में नया पैसा लाने के लिए विदेशी निवेशकों से बातचीत कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि स्पाइसजेट के मौजूदा प्रवर्तकों मारन परिवार ने कंपनी का ‘स्वामित्व, प्रबंधन व नियंत्रण’ सिंह को स्थानांतरित करने पर सहमति जताई है। कलानिधि मारन के बाहर होने और नए प्रमोटर अजय सिंह के मैनेजमेंट कंट्रोल लेने के बाद छंटनी का यह सबसे बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

बताया जा रहा है कि एयरलाइंस में हर एयरक्राफ्ट पर कर्मचारी के अनुपात को सटीक बनाने के लिए छंटनी का कदम उठाया जा सकता है। सन ग्रुप के सीएफओ ने भी इस छंटनी की और इशारा करते हुए कहा है कि अगर एयरलाइन को सेक्टर में बने रहना है तो कर्मचारी या मैनपावर को कम करना होगा। नए मैनेजमेंट ने साफ किया है कि इसके साथ ही नॉन प्रॉफिटेबल रूट पर भी एयरलाइन जल्द अपनी सेवाएं समाप्त कर सकती है। इसके साथ ही नए मैनेजमेंट के आने के बाद स्‍पाइसजेट एयरलाइन के टॉप मैनेजमेंट में भी भारी फेरबदल हो सकता है।

गौर हो कि पिछले साल दिसंबर में एक पूरे दिन स्पाइसजेट की उड़ानें नकदी संकट की वजह से ठप रही थीं। कंपनी ने पहले ही अपने 43 पायलटों को छह माह की अनिवार्य नोटिस की अवधि के बिना ही एयरलाइन छोड़ने की अनुमति दे दी है। एयरलाइन ने अपने बोइंग के बेड़े को पिछले साल जुलाई के 35 से घटाकर लगभग आधा कर दिया है।