WHO ने कहा- कोरोना विश्वव्यापी खतरा, दुनियाभर में 3,825 की मौत
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के सात नए मामले सामने आने के बाद सोमवार को संक्रमित लोगों की कुल संख्या 46 हो गई है । स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, जम्मू, केरल से एक-एक और पुणे से दो नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस से अब तक किसी की भी मौत की खबर नहीं है। महाराष्ट्र के पुणे में दो लोग संक्रमित पाए गए हैं वो उनके दुबई की यात्रा करने की जानकारी मिली है। उन्हें पुणे के नायडु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दुनिया भर के नब्बे से अधिक देशों में कोरोना वायरस से 1,10,041 लोग संक्रमित पाए गये हैं और इससे 3,825 लोगों की मौत हुई है। ईरान में लगभग 2,000 भारतीय रह रहे हैं, जहां सात हजार लोग इस वायरस से संक्रमित पाये गये है और 237 लोगों की मौत हुई है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस वास्तव में विश्वव्यापी खतरा बन गया है
डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को चेतावनी दी कि कोरोना वायरस का वैश्विक प्रसार 'वास्तविक' खतरा है। हालांकि, संगठन यह भी कहा कि अब भी वायरस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने कहा, 'विश्वव्यापी महामारी का खतरा वास्तविक बन गया है।' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास में यह पहली विश्वव्यापी महामारी होगी जिस पर नियंत्रण हासिल किया जा सकता है और यह दुनिया वायरस के दया पर नहीं है।
चीन में घातक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 3119 हो गई है जबकि पुष्ट मामलों की संख्या 80,735 है। देश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने कहा कि इस बीमारी से ठीक होने के बाद 58,600 रोगियों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
चीन के बाद कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा कहर ईरान में देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटे में 43 और लोगों की मौत के साथ ही ईरान में कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 237 तक पहुंच गई है। साथ ही देश में अब तक कुल 7,161 मामलों की पुष्टि भी हुई है। ईरान में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भेजा है।
जर्मनी में कोरोना वायरस के संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मरने वाले एस्सेन शहर और हाइजनबर्ग के रहने वाले हैं और इस संक्रमण से देश में ये पहली मौते हैं। अधिकारियों ने बताया कि एस्सेन में 89 वर्षीय महिला की मौत हुई जिसका तीन मार्च से इलाज किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि सांस लेने में मदद और रक्त संचार को सामान्य रखने की चिकित्सों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।