लखनऊ में भी उपलब्ध होंगी शेल्बी हॉस्पिटल की विश्व स्तरीय जोड़ प्रत्यारोपण सुविधाएं
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुजरात के ख्यातिनाम शेल्बी हॉस्पिटल की विश्व स्तरीय जोड़ देखभाल एवं जोड़ प्रत्यारोपण सुविधाएं उपलब्ध होंगी| यह जानकारी आज होटल क्लार्क्स अवध में आयोजित एक प्रेस वार्ता में शैल्बी समूह के अंतरराष्ट्रीय बाह्य रोगी विभाग के डायरेक्टर डॉ भरत गज्जर एवं समूह के ही वरिष्ठ जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन और ऑर्थोस्कोपी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ प्रियांक गुप्ता, डॉक्टर ध्रुव गोयल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन ने दी|
इस अवसर पर डॉ भरत गज्जर ने बताया कि शैल्बी हॉस्पिटल पिछले 25 वर्ष से गठिया से होने वाली विभिन्न जोड़ों जैसे कि घुटने कूल्हे कंधे कोहनी से संबंधित समस्याओं के रोकथाम इलाज और जन जागरूकता अभियान के क्षेत्र में कार्यरत है। डॉक्टर गज्जर स्वयं दो हजार से ज्यादा निशुल्क जोड़ों के स्वास्थ्य संबंधी जन जागरूकता शिविर विदेशों और देश के विभिन्न जिलो दूरस्थ स्थानों पर लगा चुके हैं, जहां लोगों को नियमित जीवन शैली, उचित खानपान, गठिया रोग के कारक सावधानियां रोकथाम और उपचार के बारे में लोगों को संबोधित कर चुके हैं।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डॉ प्रियांक गुप्ता ने बताया कि आज देश में 20 करोड़ से ज्यादा लोग गठिया से पीड़ित हैं और यह प्रसार कई जानी-मानी बीमारियों जैसे कि डायबिटीज एड्स और कैंसर से भी कहीं ज्यादा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार भारत में गठिया का प्रसार करीबन 22 से 39 के बीच है। इसमें से केवल 14% लोग ही डॉक्टर की सलाह के लिए उनके क्लीनिक पर जाते हैं। यह पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा आम है। घुटनों का गठिया महिलाओं में चलने फिरने में होने वाली तकलीफ का मुख्य कारण है। यह स्थिति एक बड़ी समस्या की छोटी झलक है यानी कि टिप ऑफ आइसबर्ग। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार करीबन 45% महिलाएं जो कि 65 साल से ऊपर है वह इस से पीड़ित हैं और इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं पर जा रही हैं परंतु करीबन 70% लोगों के एक्सरे में गठिया के बदलाव देखे गए हैं। एक सर्वे के अनुसार समाज के मुहाने पर रहने वाले लोग और शहरी लोग इसके मुख्य शिकार हैं। एक अन्य सर्वे के अनुसार 2025 तक भारत गठिया के मरीजों की राजधानी बन जाएगा, वास्तव में स्थिति बहुत चिंताजनक है। हम महामारी के कगार पर बैठे हुए हैं। बढ़ती उम्र प्रत्याशा, अनियमित जीवन शैली, शारीरिक श्रम का भाव, असंतुलित खानपान और तेजी से बढ़ता मोटापा इसके मुख्य कारकों में से एक है।
वार्ता में सम्मिलित डॉक्टर ध्रुव गोयल ने बताया समूह के रजत जयंती महोत्सव की कड़ी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर शेल्बी हॉस्पिटल द्वारा राजधानी में महिलाओं एवं लोगों की जन जागरूकता के लिए एक वॉक फॉर फिट जॉइंट्स का आयोजन 8 मार्च 2020 को 1090 वीमेन पावर लाइन चौराहे से शिरोज़ हैंग आउट तक किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उचित जीवन शैली और वाकिंग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
शैल्बी समूह के अंतर्देशीय बाह्य रोगी विभाग के प्रभारी डॉक्टर दिगंत त्रिवेदी ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में चार स्थानों लखनऊ कानपुर आगरा और वाराणसी पर समूह के द्वारा ओपीडी संचालित की जा रही है। राजधानी में समूह की तरफ से डॉक्टर प्रियांक गुप्ता ओपीडी विजिट करते हैं। प्रेस वार्ता में उपस्थित समूह के ही मार्केटिंग डिपार्टमेंट के उप प्रबंधक अंकुर महेंद्रु ने बताया कि शेल्बी समूह के विभिन्न अस्पतालों में प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के रोगी जोड़ प्रत्यारोपण के लिए आ रहे हैं। इसको देखते हुए समूह का ध्यान इस समय देश के उत्तरी भागों खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार पर केंद्रित है।
प्रेस वार्ता में वाॅक फॉर फिटनेस कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर वैभव अग्निहोत्री, डॉ अमित मिश्रा ने बतया कि वाक मे लोगो का बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है और यह एक सकरात्मक बद्लाव है । शैल्बी समूह की तरफ से डॉ अरविंद पयासी एवं कमलेश मिश्रा भी उपस्थित रहे।