खट्टर सरकार के मंत्री ने दंगों को जीवन का हिस्सा बताया
नई दिल्ली: दिल्ली में चार दिनों से लगातार हो रहे हिंसा में 34 लोगों की मौत हो गई हैं। करीब 250 घायल लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। अब भी दिल्ली के कई हिस्से में कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं। इन सबके बावजूद नेता लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं। देश की व्यवस्था को चलाने वाले नेताओं की संवेदनाएं शून्य हो गईं हैं।
यही वजह है कि हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर सरकार के मंत्री रंजीत चौटाला ने कहा है कि दंगे तो होते रहे हैं। पहले भी होते रहे हैं,। जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी, तो पूरी दिल्ली जलती रही। ये तो पार्ट ऑफ लाइफ है जो होते रहते हैं।
रविवार को कपिल मिश्रा का एक 41 सेकेंड का वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो में कपिल मिश्रा कह रहे थे, "ये यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। इसलिए उन्होंने रास्ते बंद किए और दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं।
हमारी तरफ से एक भी पत्थर नहीं चला है। डीसीपी साहेब हमारे सामने खड़े हैं, मैं आप सब की तरफ से कर रहा हूं। डोनाल्ड ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से हैं लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। अगर रास्ते खाली नहीं हुए तो।
ट्रंप के जाने तक आप जाफराबाद और चांदबाग खाली करवा दीजिए। हम आपसे विनती कर रहे हैं, उसके बाद हमें लौट कर आना होगा।" इसके बाद कपिल मिश्रा ने भारत माता की जय के नारे लगवाए थे।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुई साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। यह संख्या बुधवार तक 27 थी, जिसमें से 25 लोगों की मौत दिलशाद गार्डन स्थिति जीटीबी अस्पाल में हुई थी।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जीटीबी अस्पताल में पांच और एलएनजेपी में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भी गुरुवार को एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया, जिससे कुल मृतक संख्या 34 तक पहुंच गई।’’
लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में बुधवार को एक व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान हो गई थी और एक को वहां लाते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। अस्पताल में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि एलएनजेपी में हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से 50 से अधिक लोगों को लाया गया था। उत्तर पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।