पुलिस ने बेवजह बंद किए रास्ते, शाहीन बाग में प्रदर्शन शांतिपूर्ण
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बातचीच के लिए नियुक्त वार्ताकार वजाहत हबीबुल्ला ने रविवार (23 फरवरी) को सुप्रीम कोर्ट (SC) में हलफनामा दायर किया है। उन्होंने सड़क बंद मामले को लेकर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने 5 जगहों को बंद कर रखा है। उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी सुनवाई दो न्यायाधीशों की पीठ द्वार कल की जाएगी।
मालूम हो कि सड़क बंद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को समझाने और मध्यस्थता के लिए वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और अन्य लोगों को चुना था। कोर्ट ने वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े से वार्ताकार के तौर पर काम करने और प्रदर्शनकारियों को वैकल्पिक स्थल पर चले जाने के लिए समझाने के लिए कहा था, ताकि कोई भी सार्वजनिक स्थान अवरूद्ध नहीं हो। कोर्ट ने कहा था कि हेगड़े प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए वकील साधना रामचंद्रन और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह की सहायता ले सकते हैं।
इससे पहले शनिवार (22 फरवरी) शाम को नोएडा-फरीदाबाद को जोड़ने वाला रास्ता खोल दिया गया। करीब दो महीने बाद यह रास्ता खुला तो जरूर, लेकिन कुछ देर के लिए। कुछ ही देर बाद प्रदर्शनकारियों के एक धड़े ने इस रास्ते को फिर से बंद कर दिया।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने स्वीकार किया कि प्रदर्शनकारियों ने समानांतर सड़क अवरुद्ध नहीं की है लेकिन उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा देने के लिये अवरोधक लगाए हैं। नोएडा को दक्षिण दिल्ली और फिर हरियाणा में फरीदाबाद से जोड़ने वाली सड़क 15 दिसंबर से ही शाहीन बाग में चल रहे संशोधित नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन के कारण बंद है। पुलिस ने बताया कि एम्बुलेंस और स्कूल बसों जैसे जरूरी वाहनों को ही इस सड़क से जाने की अनुमति दी जा रही है