इंस्टैंटखबर ब्यूरो
लखनऊ: लखनऊ के ऐतिहासिक घंटाघर पर CAA-NRC के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन जारी है, इस प्रदर्शन को एक सप्ताह हो चूका है| इन प्रदर्शनकारी महिलाओं में गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा नेताओं के paid प्रोटेस्टर्स के बयानों से बहुत नाराज़गी है | ग़ौरतलब है कि दो दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में CAA के समर्थन में आयोजित रैली में कहा था कि वह CAA पर एक क़दम भी पीछे हटने वाले नहीं है, उनके इस बयान का जवाब देते हुए इन प्रदर्शन कारी महिलाओं का कहना है कि क़ानून जनता के लिए बनता है और जिस क़ानून से जनता परेशान हो उसे सरकार को वापस लेना चाहिए, वह कहती हैं कि अगर वह CAA से पीछे नहीं हट सकते तो हम भी पीछे नहीं हटने वाले | यह महिलाऐं नारी शक्ति ज़िंदाबाद के नारे लगाती हैं| इनका यह भी कहना है कि सारे क़ानून जनता के लिए हैं, इन नेताओं के लिए कोई क़ानून नहीं, हमारे लिए धारा 144 लगी है, हमपर नामजद मुक़दमे थोपे जा रहे हैं मगर अमित शाह लखनऊ आकर, बाहर से लोगों को बुलाकर रैली करते हैं और उनके खिलाफ किसी भी थाने में FIR दर्ज नहीं होती|

आज़ादी के नारे को देशद्रोह बताने के योगी आदित्यनाथ के बयान पर यह कहती हैं कि उन्हें आज़ादी सुनाई दे रहा है, यह नहीं सुनाई दे रहा कि हम किस बात से आज़ादी मांग रहे हैं, यह कहती हैं हम CAA से आज़ादी चाहते हैं, हम NRC से आज़ादी से चाहते हैं, हम बेरोज़गारी से आज़ादी चाहते हैं |इनका कहना है कि हिंदुस्तान हम सबसे बनता है, यहाँ हिन्दू न मुसलमान का दुश्मन, न मुस्लमान सिख का और सिख क्रिश्चियन का, यह दुश्मनी का ज़हर देश पर राज करने वाले नेता फैलाते हैं| paid प्रोटेस्टर्स के बयानों पर यह शाहीनें बहुत बरहम दिखाई पड़ीं, यह सरकार को चैलेन्ज देते हुए कहती हैं कि है किसी में हिम्मत जो हम लोगों को खरीदकर दिखा सके| यह कहती हैं इन्हें नया डिजिटल इंडिया नहीं पुराना हिंदुस्तान चाहिए|

इस विरोध प्रदर्शन में लगातार अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही बबिता कहती हैं कि मोदी जी पूरे देश में शौचालय का डंका बजा रहे हैं लेकिन यहाँ पर 19 तारीख़ से सारे शौचालय बंद करा रखे हैं, इनकी यह साज़िश है कि परेशान होकर यह महिलाऐं घर लौट जाएँ मगर यह चाहे जितनी कोशिश कर लें, यह सुप्रीम कोर्ट से चाहे जितना समय ले लें, हम लोग एक इंच भी यहाँ से हटने वाले नहीं और इनको काला क़ानून वापस लेना ही होगा|