झारखंड में अमित शाह रहे सुपर फ्लॉप
नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई है। उसे वोट तो मिले, लेकिन सीटें नहीं मिल सकीं। पार्टी के स्टार प्रचारक भी फेल हो गए। नरेंद्र मोदी, अमित शाह की सभाएं भी उम्मीदवारों को जिता नहीं सकीं। पर्सेंटेज के हिसाब से देखें तो अमित शाह सबसे ज्यादा फ्लॉप रहे। प्रियंका गांधी का सक्सेस रेट 100 फीसदी रहा।
हालांकि, उन्होंने एक ही सीट पर सभा की थी। भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू भी नहीं चला। राज्य की सबसे हॉट सीट पूर्वी जमशेदपुर में उनकी सभा के बावजूद भाजपा के सबसे बड़े उम्मीदवार रघुवर दास की जीत नहीं हो सकी। दास मुख्यमंत्री थे और उन्हीं के नेतृत्व में भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ा।
दास को पूर्वी जमशेदपुर में उन्हीं की सरकार में मंत्री रहे सरयू राय ने हराया। राय टिकट नहीं दिए जाने के बाद बागी हो गए थे। नरेंद्र मोदी ने जहां सभाएं की थीं, उस दायरे में गुमला, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, बरही, दुमका, बरहेट सीटें आती हैं। इनमें से कहीं भाजपा नहीं जीती। गैर भाजपा या निर्दलीय उम्मीदवार ही जीते।
अमित शाह ने 11 चुनाव सभाएं की थीं। देवघर और बाघमारा के अलावा सब जगह भाजपा हारी। अमित शाह ने मनिका, लोहरदगा, चतरा, गढ़वा, बहरागोड़ा, चक्रधरपुर, गिरिडीह, पाकुड़, पोड़ैयाहाट में सभाएं की थीं। पोड़ैया हाट में झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के बाबू लाल मरांडी जीते। बाकी जगहों पर विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवारों को ही जीत मिली।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुल पांच सभाएं की थीं। इनमें से चार सीटों पर कांग्रेस या साथी दल जीते। प्रियंका ने सिर्फ पाकुड़ में सभा की थी और वहां कांग्रेस उम्मीदवार सफल रहा। भाजपा को इस बार पिछले चुनाव की तुलना में दो प्रतिशत ज्यादा ही वोट मिले, लेकिन उसकी सीटें 12 कम हो गईं। ठीक उलट, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का वोट प्रतिशत दो फीसदी कम हुआ, लेकिन सीटें 12 बढ़ गईं।
पिछले चुनाव में भाजपा 72 सीटों पर लड़ी थी। उसे 31.25 फीसदी मत मिले थे। इस बार 79 सीटों पर लड़ी और 33.37 प्रतिशत वोट पाकर भी 25 सीटें ही जीत पाई। झामुमो 2014 में 79 सीटों पर लड़ा था। उसे 20.43 प्रतिशत वोट मिले थे। इस बार वह 43 सीटों पर ही लड़ा, लेकिन18.73 फीसदी वोट पाने के बावजूद 30 सीटें जीत गया।