नागरिकता बिल के ख़िलाफ़ पीस पार्टी भी पहुंची सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली: भारतीय संविधान की मूलभावना को दरकिनार करते हुए संसद द्वारा पारित नागरिकता बिल के ख़िलाफ़ पीस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए डाक्टर अय्यूब “सर्जन” (अध्यक्ष, पीस पार्टी) ने कहा की वर्तमान की भाजपा सरकार देश के समवैधानिक मूल्यों को ख़त्म करना चाहती हैं. डाक्टर अय्यूब ने कहा की हिन्दुस्तान एक धर्म निरपेक्ष देश हैं और पूरी दुनिया में यही हमारी पहचान है लेकिन वर्तमान की भाजपा सरकार हमारी यही पहचान ख़त्म करना चाहती हैं. डाक्टर अय्यूब ने कहा की आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था निचले पायदान पर खड़ी हैं, बेरोज़गारी, महँगाई और आम आदमी की मूलभूत समस्याए दिन प्रतिदिन भयावह होती जा रही हैं लेकिन सरकार इन अहम मुद्दों को छोड़कर देश की धर्म निरपेक्षता को ख़त्म करने पर तूली हैं. संसद द्वारा पारित नागरिकता बिल पूरी तरह से देश के संविधान के ख़िलाफ़ हैं. सरकार अपनी नाकामियो को छिपाने के लिए देश के संबैधानिक मूल्यों को बंदूक़ के दम पर ख़त्म करना चाहती हैं. डाक्टर अय्यूब ने कहा की पीस पार्टी आम आदमी से जुड़े हर मुद्दों की लड़ाई सड़क से संसद तक लड़ेगी और हम इस नागरिकता बिल के ख़िलाफ़ कोर्ट से बाहर भी लड़ाई लड़ेंगे और सरकार को अहसास करा देंगे की देश सिर्फ़ और सिर्फ़ समवैधानिक मूल्यों पर ही चलेगा.