नागरिकता संशोधन बिल से बाइचुंग भूटिया निराश
कहा- ये सिक्किम की भावनाओं के खिलाफ है
नई दिल्ली: चर्चित भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी और अब राजनीति में हाथ आजमा रहे बाइचुंग भूटिया ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया है। हामरो सिक्किम पार्टी के संस्थापक भूटिया ने कहा है कि वह इस बिल से निराश हैं। नागरिकता संशोधन विधेयक को इसी हफ्ते लोकसभा ने पारित किया। इसके बाद राज्य सभा ने भी हंगामेदार बहस के बाद इस बिल को बुधवार को मंजूरी दे दी। वहीं, राष्ट्रपति ने भी गुरुवार देर रात बिल पर अपने हस्ताक्षर कर दिये।
बहरहाल, एक न्यूज एजेंसी के अनुसार भूटिया ने कहा कि यह बिल पूरी तरह से अनुच्छेद 371 के खिलाफ है जो सिक्किम के हित और लोगों के अधिकार की रक्षा करता है। भूटिया ने कहा कि वे सिक्किम के लोगों की ओर से इस बात को रख रहे हैं क्योंकि सिक्किम को इससे बाहर रखा गया है जबकि पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों का इसमें जिक्र है।
भूटिया ने साथ ही ये भी जरूर कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में सिक्किम का जिक्र किया था लेकिन बिल में इसके बारे में नहीं लिखा गया है। भूटिया ने असम में बिल को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर कहा कि उनका भी वही मुद्दा है जो असम और दूसरे पूर्वोत्तर राज्यों का है। भूटिया ने कहा कि सिक्किम के लिए यह ज्यादा बड़ा मुद्दा है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी के अनुसार सिक्कम के मूल निवासियों को सिरे से गायब कर दिया गया है और उन पर खतरा बना हुआ है।
बता दें कि बिल के खिलाफ सबसे व्यापक विरोध असम और त्रिपुरा में देखे गये। असम के गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में बुधवार को हालात कर्फ्यू लगाने तक पहुंच गये। साथ ही राज्य के 10 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया। बहरहाल, डिब्रूगढ़ में आज शुक्रवार सुबह 8 बजे से 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।