एडलवाइज़ MF लांच किया ‘भारत बॉन्ड ईटीएफ’
मुंबई: एडलवाइज़ समूह की एक कंपनी, एडलवाइज़ एसेट मैनेजमेंट कंपनी की ओर से आज भारत के पहले पब्लिक सेक्टर बॉन्ड ईटीएफ के सार्वजनिक निर्गम की घोषणा की गई, जिसे भारत बॉन्ड ईटीएफ का नाम दिया गया है। यह ईटीएफ सरकार के विनिवेश कार्यक्रम का एक हिस्सा है, और इसी कार्यक्रम की वजह से एडलवाइज़ एएमसी को इस प्रोडक्ट के प्रबंधन का अधिकार है। भारत बॉन्ड ईटीएफ दरअसल बॉन्ड मार्केट को और मज़बूत करने तथा खुदरा भागीदारी को पहले से बेहतर बनाने में मदद करेगा। यह ईटीएफ सिर्फ पब्लिक सेक्टर कंपनियों के AAA रेटिंग वाले बॉन्ड में निवेश करेगा। एडलवाइज़ म्यूचुअल फंड ने इस ईटीएफ के जरिए 3 साल की परिपक्वता अवधि में 2000 करोड़ रुपये के अधि-आवंटन विकल्प (ग्रीन-शू ऑप्शन) के साथ 3000 करोड़ रुपये की आरंभिक राशि एकत्रित करने का प्रस्ताव दिया है, साथ ही 10 साल की परिपक्वता अवधि में 6000 करोड़ रुपये के ग्रीन-शू ऑप्शन के साथ 4000 करोड़ रुपये एकत्रित करने का प्रस्ताव दिया है। इस ईटीएफ में परिपक्वता की संरचना लक्षित होंगी। 3 साल की परिपक्वता वाला ईटीएफ, निफ्टी भारत बॉन्ड इंडेक्स-अप्रैल 2023 का अनुसरण करेगा, जबकि 10 साल की परिपक्वता वाला ईटीएफ, निफ्टी भारत बॉन्ड इंडेक्स-अप्रैल 2030 का अनुसरण करेगा। 05 दिसंबर, 2019 तक निफ्टी भारत बॉन्ड इंडेक्स-अप्रैल 2023 पर मिलने वाला प्रतिफल 6.69% है, जबकि निफ्टी भारत बॉन्ड इंडेक्स-अप्रैल 2030 पर मिलने वाला प्रतिफल 7.58%* है। इन ईटीएफ को 3 साल से अधिक समय तक अपने पास रखने वाले निवेशकों को सूचीकरण के साथ पूंजीगत लाभ का लाभ भी मिलेगा। इस ईटीएफ द्वारा निफ्टी भारत बॉन्ड इन्डसिज़ के घटकों में निवेश किया जाएगा, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं।
इस मौके पर एडलवाइज़ ग्लोबल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स के सीईओ, श्री नितिन जैन ने कहा, "सरकार ने हमें भारत के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ के प्रबंधन का अधिकार दिया है, जो हमारे लिए बेहद सम्मान की बात है। इस प्रोडक्ट को लॉन्च करने के लिए सरकार ने जो कदम उठाया है उससे कॉर्पोरेट बॉन्ड मार्केट को और मज़बूत बनाने में मदद मिलेगी, साथ ही बेहद कम लागत पर टैक्स के लिहाज से कुशल ऋण उत्पाद उपलब्ध होगा जो खुदरा निवेशकों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। DIPAM, एडलवाइज़ और NSE के बीच एक साल से अधिक समय तक विचार-विमर्श के बाद इस प्रोडक्ट को विकसित किया गया है, जिसमें वाकई इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव लाने की क्षमता है।’’