पारंपरिक प्रारूप के लिए नई शुरुआत होगा गुलाबी गेंद से दिन-रात्रि का टेस्ट: अश्विन
कोलकाता: भारत के सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि दिन-रात्रि टेस्ट देश में इस पारंपरिक प्रारूप के लिए नई शुरुआत होगी, क्योंकि मैच के समय के कारण दर्शकों की संख्या में काफी सुधार होगा। भारत अपना पहला दिन-रात्रि टेस्ट शुक्रवार से बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेलेगा। मैच दोपहर एक बजे शुरू होगा और रात आठ बजे तक चलेगा।
अश्विन ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि यह स्टेडियम में बड़ी संख्या में दर्शकों के आने की शुरुआत होगी और टेस्ट क्रिकेट को उसका श्रेय मिलेगा और बेशक समय में बदलाव के कारण लोग अपना काम खत्म करने के बाद मैच देखने आ सकते हैं और इसका लुत्फ उठा सकते हैं।’’
टीम के अश्विन के साथी मोहम्मद शमी का ध्यान पूरी तरह मैच के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों पर है। उन्होंने कहा, ‘‘गुलाबी गेंद से बीच का सत्र सबसे महत्वपूर्ण होगा क्योंकि तब ईडन गार्डन्स पर अधिक स्विंग मिलेगी जबकि इसके विपरीत आम तौर पर सुबह का समय टेस्ट क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।’’
शमी ने कहा कि गुलाबी गेंद से फायदा उठाने के लिए गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘‘गुलाबी गेंद तभी उपयोगी होती है जब विकेट कड़ा हो और उस पर घास मौजूद हो। गुलाबी गेंद अलग तरह की गेंद है और यह बिलकुल भी सफेद या लाल गेंद की तरह काम नहीं करती इसलिए इसकी संभावना बेहद कम है कि अंतिम सत्र में स्विंग या रिवर्स स्विंग मिलेगी। हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।’’