लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ मेट्रो रेल के लिए निर्माणाधीन मेट्रो कार को शीघ्र लखनऊ लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हो तो मुख्य सचिव दीपक सिंघल एवं उनके (मुख्यमंत्री के) मुख्य सलाहकार आलोक रंजन स्वयं चेन्नई जाकर इस कार्य में तेजी लाने की पहल करें।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर लखनऊ मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन के प्रधान सलाहकार डाॅ0 ई0 श्रीधरन और प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव भी मौजूद थे। उन्होंने परियोजना के कार्य को और अधिक गति प्रदान करने के लिए सकारात्मक प्रयास करने का निर्देश देते हुए कहा कि प्रथम चरण का संचालन निर्धारित समय पर किया जाए।
सार्वजनिक यातायात की इस महत्वपूर्ण परियोजना को लखनऊ के लिए दूरगामी असर वाला बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे यहां की आर्थिक गतिविधि के साथ-साथ रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। साथ ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ की छवि में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से एक ओर जहां वायु प्रदूषण में कमी आएगी, वहीं दूसरी ओर टैªफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। उन्होंने लखनऊ मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए। इसके साथ ही निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा के हर सम्भव व्यापक प्रयास किए जाएं। उन्होंने ट्रेन के अंदर यात्रियों के आवागमन की सुविधा, सार्वजनिक उद्घोषणा और डिस्प्ले सिस्टम, इमर्जेन्सी संचार सुविधाएं, टेªेन के ड्राइवर से बातचीत के लिए टाॅक बैक सुविधा, सी0सी0 टीवी, दिव्यांग जनों के लिए व्हील चेयर के स्पेस, एडजस्टेबल फ्लोर आदि सुविधाओं में अब तक हुई प्रगति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए।
इस अवसर पर डाॅ0 श्रीधरन ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि लखनऊ मेट्रो रेल का कार्य तेजी से चल रहा है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने जो समय निर्धारित किया है, उससे पहले ही इसे पूर्ण कर लिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना देश की सबसे तेज एवं कम समय में आकार लेने वाली परियोजना है।