सपा में कट सकते हैं कई घोषित उम्मीदवारों के टिकट
मुलायम ने शुरू की पार्टी संगठन को दुरुस्त करने की कवायद
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह ने अपने पार्टी संगठन को दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है। पार्टी नेताओं का दावा है कि सपा आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषित प्रत्याशियों में बड़ा बदलाव कर सकती है।
पार्टी के एक पूर्व प्रदेश महासचिव ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ जिलों में संगठन में फेरबदल की भी संभावना है। इसके लिए सपा के मंडल प्रभारियों की रिपोर्ट को आधार बनाया जाएगा।
सपा सूत्रों ने बताया कि अधिकांश प्रभारियों ने पार्टी नेतृत्व को रिपोर्ट सौंप दी है। प्रभारियों ने कई उम्मीदवारों की सक्रियता और कुछ जिलों में संगठन के कामकाज पर भी सवाल उठाए हैं।
गौरतलब है कि सपा ने दो विधानपरिषद सदस्यों को एक-एक मंडल का प्रभारी बनाया है। इस तरह 36 एमएलसी 18 मंडलों के प्रभारी बनाए गए हैं। इन सभी को 15 दिन में जिला संगठन, उम्मीदवारों और विधायकों की कामकाज के बारे में रिपोर्ट देने को कहा गया था।
सपा पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है। एक या दो प्रभारियों की रिपोर्ट मिलना बाकी है। प्रभारियों की रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी नेतृत्व घोषित उम्मीदवारों, मौजूदा विधायकों के टिकट और संगठन में फेरबदल पर फैसला करेगा।
सपा सूत्रों के मुताबिक प्रभारियों को कई मौजूदा विधायकों के खिलाफ नाराज़गी की शिकायतें मिली हैं। इनमें से कुछ पर गुटबंदी में शामिल होने तो कुछ पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप हैं। कुछ विधायकों के खिलाफ क्षेत्र में अधिक सक्रिय न रहने और विकास कार्यों पर पर्याप्त ध्यान न देने के आरोप हैं।
सपा नेता ने बताया, "यदि मंडल प्रभारियों के फीडबैक को आधार माना गया तो एक तिहाई घोषित उम्मीदवारों के टिकट कट सकते हैं… ये ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी क्षेत्र और पार्टी में स्वीकार्यता और सक्रियता अपेक्षा से कम है… उनके चुनाव जीतने की संभावना कम मानी जा रही है…"
सपा ने 2012 में हारी हुई ज्यादातर सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, और सिर्फ 11 टिकट घोषित होनी बाकी हैं, सो, ऐसी संभावना है कि घोषित किए जा चुके उम्मीदवारों में से कई के टिकट कट सकते हैं।