करतारपुर जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को नहीं पड़ेगी पासपोर्ट की जरूरत
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को बड़ी राहत दी है। इमरान खान ने कहा कि भारत से करतारपुर की तीर्थयात्रा पर आने वाले सिखों को मैंने दो छूट दी है। अब उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, बस उनके पास एक वैध आईडी कार्ड होना चाहिए।
अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय श्रद्धालुओं को 10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा। उद्घाटन के दिन और गुरुजी के 550वें जन्मदिन पर श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इमरान खान करतारपुर कॉरिडोर का 9 नवंबर को उद्घाटन करेंगे।
वहीं, करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं पर करीब 20 डॉलर (1420 भारतीय रुपये) का शुल्क लगाए जाने से शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील की कि वे इसे आय का स्रोत न बनाएं। यह शुल्क बहुत ज्यादा है। करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को किया जाएगा।
उधर, विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जो लोग करतारपुर कॉरिडोर के लिए भारत के आधिकारिक जत्थे का हिस्सा नहीं हैं या जिन्हें पाकिस्तान से न्योता मिला है, उन्हें वहां जाने के लिए नियमानुसार राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि करतारपुर साहिब की यात्रा का मतलब पड़ोसी देश की यात्रा है। राजनीतिक हस्तियों और पाकिस्तान द्वारा आमंत्रित लोगों को यात्रा से पहले राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी। मुझे लगता है कि राजनीतिक हस्तियां या निमंत्रित लोग, जो सोचते हैं कि उन्हें राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी और उनके नाम सूची में नहीं हैं, उन्हें इसका पता चल जाएगा। कोई अचरज वाली बात नहीं होनी है। मेरी समझ यह है कि ऐसी यात्राओं के लिए राजनीतिक मंजूरी लेने का सामान्य नियम लागू होगा। भारत ने उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और राजनीतिक लोगों समेत 450 और 31 अन्य लोगों की सूची पाकिस्तान को मंजूरी के लिए भेजी है। लेकिन पता चला है कि पाकिस्तान कोई और ही सूची तैयार कर रहा है।
पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल होने का विशेष न्योता दिया है। इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए 'राजनीतिक मंजूरी' लेनी होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नौ नवंबर के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए इमरान खान द्वारा भेजे गए निमंत्रण को सिद्धू द्वारा स्वीकार करने पर एक सवाल के जवाब में कहा कि जिन्हें पाकिस्तान बुलाना चाहते है, उन्हें राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी।