नई दिल्ली: राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह एक बार फिर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद राजनीति में सक्रीय हो गए हैं। उन्होंने राम मंदिर मुद्दे को लेकर एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे का आखिर हम केंद्र सरकार पाले में बताया है। कल्याण सिंह ने राम मंदिर मुद्दे को लेकर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट तथ्यों के आधार पर अपना निर्णय देगा। मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मुझे विश्वास है कि गेंद अंत में केंद्र सरकार के पाले जाएगी।

बता दें कि अभी हाल ही कल्याण सिंह फिर से बीजेपी में शामिल हुए। लगभग 87 वर्षीय कल्याण सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की थी। इस दौरान उनके बेटे एवं एटा से सांसद राजवीर सिंह और प्रदेश के वित्त राज्यमंत्री एवं पौत्र संदीप सिंह भी मौजूद थे।

सदस्यता ग्रहण करने के बाद कल्याण सिंह अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गये सवाल पर कहा था कि राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है। जितनी पार्टियां हैं, वे जनता के सामने अपना मत स्पष्ट करें कि वे राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं या फिर उसके विरोध में।

इसके अलावा उन्होंने कहा था कि इतनी उम्र गुजर जाने के बावजूद न तो वह थके हैं और न ही उनका मन छूटा है। मेरा तन टायर नहीं है, मन रिटायर नहीं है। मैं राजनीति को जनसेवा का सशक्त माध्यम मानता हूं। उसी भावना से मैंने फिर से सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने का फैसला किया है। जब तक मैं राज्यपाल रहा तब तक मैंने उस पद की गरिमा का पूरा ख्याल रखा।

उनका कहना था कि उनका भविष्य में चुनाव लड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। जब से योगी ने गद्दी सम्भाली है तब से गांव, गरीब की स्थिति में बड़ा फर्क आया है। खुशहाली बढ़ी है। कभी बीजेपी के छत्रप माने जाने वाले सिंह ने करीब पांच साल पहले राजस्थान का राज्यपाल बनने के बाद पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था।