राज्यपाल की मंत्रियों को सलाह, मेरिट के आधार पर करें काम
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की योजनाओं एवं उपलब्धियों से राज्यपाल को अवगत कराया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके मंत्रिमण्डल के समस्त कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं राज्यमंत्री के साथ आमंत्रित किया। गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सभी मंत्रियों से राज्यपाल ने परिचय प्राप्त किया।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके दो वर्ष छः माह के सफल कार्यकाल की उपलब्धियों और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि जनता को सरकार से बहुत अपेक्षाएं होती हैं। मेरिट के आधार पर काम करें। पत्रावलियों का निस्तारण समय से करें तथा अधीनस्थ अधिकारियों को भी निर्देशित करें। निर्माण कार्य में समय-सीमा निर्धारित करें तथा निर्माण स्थल की नियमित समीक्षा करें। सरकारी विभाग आपसी समन्व्य से विकास कार्य में सहयोग दें तथा परस्पर तालमेल से काम करें। प्राथमिक शिक्षा पर जोर देते हुये उन्होंने कहा कि बच्चों का प्रवेश समय से और एक साथ हो ताकि बाद में प्रवेश लेने वाला बच्चा पढ़ाई में न पिछड़े। उन्होंने कहा कि शिक्षा में ‘ड्राप आउट’ न हो इसके लिये विशेष प्रयास करें।
राज्यपाल ने टी0बी0 ग्रस्त बच्चों को गोद लेने के मामले में प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने की बात कही। काम करने से अच्छे परिणाम निकलते हैं। राजभवन के अधिकारियों ने 25 टी0बी0 ग्रस्त बच्चों को गोद लिया है, आप भी स्वस्थ समाज के निर्माण में सहभागी बनें। राज्यपाल ने किसानों की समस्या, राजस्व से जुड़े मामले, कुपोषण, शिक्षा आदि को लेकर अपने अनुभव साझा करते हुये मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री पद की यात्रा का उल्लेख किया। समस्याओं का निदान संवाद से हो सकता है, इसलिये जिम्मेदार अधिकारियों को साथ लेकर समस्या का निराकरण करें। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर गांव की साक्षरता को चिन्हित करें तथा बच्चों को स्कूल भेजने के लिये माता-पिता को प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के मार्गदर्शन के लिये धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुये कहा कि जनपद के प्रभारी मंत्री अपने जिले के टी0बी0 ग्रस्त बच्चों को स्वयं भी गोद लें और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी गोद लेने के लिये प्रेरित करें। शिक्षा, राजस्व, बाल विकास एवं महिला कल्याण से जुड़े मंत्रीगण राज्यपाल से मिलकर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा इससे कार्य संस्कृति का नया नजरिया मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसान योजना, फसल समर्थन मूल्य, गन्ना भुगतान, सिंचाई परियोजना, सौभाग्य योजना, सौर ऊर्जा, शहरी एवं ग्रामीण मार्ग निर्माण, गंगा एक्सप्रेस-वे, नये हवाई अड्डे, मेट्रो रेल परियोजना, ड्राप आउट रोकने के लिये स्कूल चलो अभियान, बालिका शिक्षा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, एम्बुलेंस सेवा, नये मेडिकल कालेज आदि के संबंध में राज्यपाल को विस्तार से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजन, वृद्धावस्था एवं निराश्रित महिला योजना, कन्या विवाह, इंवेस्टर्स समिट, ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी, डिफेंस काॅरिडोर, उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस, एक जिला-एक उत्पाद योजना, पर्यटन, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण, अप्रवासी दिवस सम्मेलन आदि पर भी प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 मार्च 2017 को सरकार के गठन के बाद टीम भावना के साथ सरकार समाज के हर तबके तक पहुंच बनाने में सफल हुई है। महिला सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों की स्थिति को सुधारने के लिये राज्य सरकार कृत संकल्प है। सरकार ने गन्ना भुगतान, बिजली, सिंचाई, लघु एवं सीमांत किसानों की ऋण माफी, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, जीवन ज्योति योजना, सुमंगल कन्या योजना, सौभाग्य एवं उज्जवला योजना आदि पर प्रभावशाली रूप से काम करके जनता के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश दुग्ध एवं चीनी उत्पादन में प्रथम स्थान पर है।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल हेमन्त राव व अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रयागराज में आयोजित कुम्भ 2019 पर एक काॅफी टेबल बुक ‘मानवता की अमूत सांस्कृतिक धरोहर’ का विमोचन भी किया गया।