प्रज्ञा ठाकुर को जुबां बंद रखने की मिली फाइनल वार्निग
नई दिल्ली: बीजेपी ने मध्यप्रदेश के भोपाल से पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के हाल के ‘विपक्ष की तरफ से मारक शक्ति का प्रयोग…’ वाले विवादित बयान का संज्ञान में लेते हुए बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इस पूरे मामले में सांसद प्रज्ञा ठाकुर की खिंचाई की है।
पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों के हवाले से खबर है कि साध्वी प्रज्ञा को अपनी जुबान बंद रखने की नसीहत दी है। उन्हें किसी भी तरह के सार्वजनिक और विवादित बयान नहीं देने को कहा गया है। पार्टी इस संबंध में अपनी मध्यप्रदेश इकाई को कहा है कि साध्वी अगली बार किसी भी तरह का गड़बड़ बयान दे तो इस बारे में शीर्ष नेतृत्व को सूचित किया जाए।
मालूम हो कि भाजपा सांसद ने भाजपा के नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए विपक्ष की तरफ से ‘मारक शक्ति’ का प्रयोग करने की बात कही थी। मालेगांव बम धमाकों के मामले में आरोपी साध्वी ने कहा था, ‘ मैं जब चुनाव लड़ी, उस समय एक महाराज जी आये, उन्होंने मुझसे कहा, आप अपनी साधना को कम मत करना, साधना का समय बढ़ाते रहना, साधना कम मत करना क्योंकि बहुत बुरा समय है और जो विपक्ष है, कोई ऐसा कार्य कर रहा है, ऐसी ‘‘मारक शक्ति” का प्रयोग कर रहा है जो भारतीय जनता पार्टी पर कर रहा है। वह भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिये है।’ साध्वी भाजपा नेता बाबू लाल गौर की शोकसभा में शामिल होने पहुंची थीं।
ऐसा पहली बार नहीं है जब भाजपा सांसद ने इस तरह का विवादित बयान दिया हो। इससे पहले साध्वी ने 26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के खिलाफ भी विवादित बयान दिया। साध्वी ने कहा था कि उनके श्राप के कारण ही हेमंत करकरे को आतंकवादियों के हाथ जान गंवानी पड़ी।
साध्वी ने इस साल मई में नाथू राम गोडसे के बारे में कहा था कि गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त रहेंगे। हालांकि, उस समय भाजपा ने साध्वी के बयान की आलोचना की। पार्टी के कहने के बाद साध्वी ने अपने बयान पर माफी भी मांगी थी। साध्वी के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह साध्वी के इस बयान के लिए उन्हें कभी दिल से माफ नहीं कर पाएंगे। पार्टी ने नाथू राम गोडसे के बयान पर साध्वी को नोटिस भी जारी किया था लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।