फिटनेस शब्द नहीं स्वस्थ जीवन की जरूरी शर्त है
पीएम मोदी ने किया फिट इंडिया मूवमेंट का आग़ाज़
नई दिल्ली: स्वच्छ भारत अभियान और दुनियाभर में योग का डंका बजाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम से 'फिट इंडिया मूवमेंट' का आगाज कर दिया है. 'फिट इंडिया मूवमेंट' 29 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा. चार साल तक चलने वाले इस अभियान में हर साल नई मुहिम को जोड़ा जाएगा. पहले साल फिजिकल फिटनेस का अभियान चलाया जाएगा जबकि दूसरे साल खाने की आदत को लेकर अभियान चलाया जाएगा, तीसरे साल पर्यावरण का स्वच्छ रखने को लेकर अभियान चलाया जाएगा. चौथे साल में बीमारी को दूर रखने के लिए अभियान चलाया जाएगा.
पीएम मोदी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में लोगों के साथ-साथ देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मूवमेंट को एक जन आंदोलन बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह स्वच्छ भारत अभियान को लोगों ने अपने जीवन का हिस्सा बनाया है उसी तरह 'फिट इंडिया' को भी लोगों के जीवन का हिस्सा बनाना है। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान देशवासियों से अपील की कि वो खुद तो फिट रहेंगे और इसके साथ ही अपने परिवार और मित्रों को फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
पीएम ने खेल दिवस के दिन मेजर ध्यानचंद का नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। पीएम ने कहा, मेजर ध्यानचंद ने अपनी फिटनेस, स्टेमना और हॉकी स्टिक से दुनिया को मंत्र मुग्ध कर दिया था। मैं उनके जन्मदिन पर मेजर ध्यानचंद का मैं नमन करता हूं। फिट इंडिया मूवमेंट, स्वस्थ भारत की दिशा में एक कदम एक बड़ा कदम है। इसके आगाज की पहल के लिए मैं खेल मंत्रालय और युवा विभाग को बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों द्वारा विश्व स्तर पर शानदार प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा, 'आज का दिन युवा खिलाड़ियों को बधाई देने का है जो दुनिया भर में भारतीय तिरेंगे की शान को नई बुलदिंयां दे रहे हैं। हमारे खिलाड़ी हमारी उम्मीदों और आकांक्षाओं को नए पंख लगा रहे हैं। मेडल उनकी तपस्या का परिणाम है लेकिन उनकी जीत नए भारत के नए जोश और आत्मविश्वास का पैमाना है। पिछले पांच साल में भारत सरकार ने खेलों के विकास के लिए जो सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की है यह उसका परिणाम है।'
पीएम ने फिट इंडिया मूवमेंट को जनआंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि फिटनेस शब्द नहीं स्वस्थ जीवन की जरूरी शर्त है। हमारी संस्कृति में हमेशा से बहुत ज्यादा जोर दिया है। फिटनेस हमारे हमारे जीवन का सहज हिस्सा रही है। उन्होंने कहा, पहले कहा जाता था कि स्वास्थ्य से सभी कार्य सिद्ध होते हैं अब यह सुनने में आता है स्वार्थ से सभी कार्य सिद्ध होते हैं। फिट इंडिया मूवमेंट भारत को स्वार्थ से स्वास्थ्य की ओर ले जाने का सामूहित प्रयास है। फिटनेस परिवार में सहज रूप से रोजमर्रा की चर्चा का विषय बनना चाहिए।