राष्ट्र धर्म बोलने मात्र से नहीं, बल्कि कार्य करने से होता है: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद रायबरेली में सन् 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के अमर नायक राना बेनी माधव बख्श सिंह की 215वीं जयन्ती पर राना बेनी माधव बख्श सिंह स्मारक समिति द्वारा आयोजित ‘भाव समर्पण’ समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने जनपद, प्रदेश व देश के अनेक ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों व महापुरुषों को याद करते हुए कहा कि महान पुरुषों की कुर्बानियां, त्याग, बलिदान, प्रेरणा तथा रचनात्मक, सकारात्मक कार्यों से देश व समाज प्रगति की ओर बढ़ रहा है, जिसे निरन्तर बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के अमर नायक राना बेनी माधव बख्श सिंह सहित अन्य स्वतंत्रता संग्राम ज्ञात व अज्ञात सैनानियों की स्मृतियों को संजोने व उनके सपनों के अनुरूप देश व समाज को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। राना बेनी माधव बख्श सिंह की जयन्ती पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेकर सरकार निरन्तर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के नजदीक आ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राना बेनी माधव बख्श सिंह भारत माता के महान सपूत तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उनका जीवन देश की आजादी एवं स्वाधीन भारत की एकता, अखण्डता एवं सामाजिक समरसता को बनाए रखने के लिए समर्पित था। राना बेनी माधव बख्श सिंह जनपद, देश प्रदेश की संतान हैं, जिन्होंने देश व समाज की स्वाधीनता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। उन्होंने जनपद को सन् 1857 में स्वाधीन घोषित किया और अंग्रेजों को जनपद में घुसने नहीं दिया। उन्होंने स्वाधीनता की लड़ाई में अपनी अलग पहचान बनाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव के निःशुल्क विद्युत कनेक्शन, राशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान, उज्ज्वला योजना आदि माध्यम से जनता को लाभान्वित कर राष्ट्र धर्म का कार्य कर रही है। राष्ट्र धर्म बोलने मात्र से नहीं, बल्कि कार्य करने से होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ऐतिहासिक निर्णय लेकर कार्य कर रही है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 को समाप्त कर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत, विकासशील भारत’ की कल्पना को साकार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र है और हमारे विकास के केन्द्र में युवा वर्ग है। युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग कर हम निरन्तर विकास की ओर अग्रसर हैं। सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से देश का चिन्तन व सोच निरन्तर परिवर्तित हो रही है। आजादी का असली अर्थ जोश और कुछ कर गुजरने की इच्छा रखते हुए कार्य करना है।
मुख्यमंत्री ने परमवीर चक्र से सम्मानित सूबेदार मेजर योगेन्द्र सिंह यादव के देश के प्रति योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में सैनिकों के सम्मान का कार्य पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा किया गया। सरकार द्वारा सीमा या कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों को पेट्रोेल पम्प उपलब्ध कराने के साथ-साथ आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार सैनिकों के लिए निरन्तर आर्थिक सहायता व सहयोग कर रही है। उनके सम्मान में सड़क, पार्क आदि का नामकरण किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने सम्बन्धित जनपदों के सैनिकों को सूचीबद्ध कर, दिल्ली वाॅर मेमोरियल की भांति एक शौर्य स्थल पर शहीदों के नाम अंकित कर उनकी गौरवगाथा का उल्लेख करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान जनपद की उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की सफलता तथा शौचालय के प्रयोग के साथ-साथ जनता से 02 अक्टूबर गांधी जयन्ती पर देश व प्रदेश को पाॅलीथीन मुक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जनपद की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने अमर सेनानी राना बेनी माधव बख्श सिंह के साथ ही कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पण्डित राम प्रकाश बिस्मिल, भगत सिंह, अशफाक उल्ला खां आदि के योगदान के विषय में भी विस्तार से बताया।
इस मौके पर समारोह के विशिष्ट अतिथि परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेन्द्र सिंह यादव ने भी कारगिल युद्ध के संस्मरणों को विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री जी ने समिति की पत्रिका ‘अवध केसरी’ का विमोचन किया। उन्होंने अमर सेनानी राना बेनी माधव बख्श सिंह निबंध प्रतियोगिता के एक छात्र अनादि मिश्र, कवि श्री मंजर भोपाली तथा डाॅ0 जे0के0 श्रीवास्तव आदि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने शहीद चैक व अमर सेनानी राना बेनी माधव बख्श सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।