लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड की वेब साईट के उद्घाटन के मुद्दे पर आज ओलमा केमेटी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड ने वेब साईट का उद्घाटन इसलिए किया है ताकि वेब साईट पर वक्फ का सभी रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा सके मगर वक्फ बोर्ड वक्फ का रिकॉर्ड कहां से लाईगा ये बताया जाये।कितने वक्फ समाप्त हो चुके हैं ,कितने वक्फ एसे है जिनकी एन0ओ0सी0े बिल्डरों को दी जा चुकी है कि जिस जगह वह बिलडिगं बना रहे हैं, वे भुमी वक्फ में शामिल नहीं है ।बेश कीमत जमीनें मामूली कीमत पर बिल्डरों को दे दी गईं जिससे वक्फ का भारी नुकसान हुआ।इसलिए इन वक्फ जायेदाद का रिकॉर्ड कहां से प्राप्त किया जाएगा और कैसे वेब साईट पर डाला जाईगा। ओलमा ने कहा कि वक्फ का सारा पैसा अध्यक्ष और वक्फ मंत्री की जेब में जा रहा है। जो लोग वक्फ मंत्री के साथ बेठकर वक्फ बचाने की बात कर रहे हैं यह ऐसा ही है जैसे अबुबकर बगदादी के साथ मिलकर आतंकवाद खत्म करने की बात की जाए। मौलाना रजा हुसैन ने कहा कि यह सिर्फ लोगों को धोखा देने के लिए किया जा रहा है ,इसका बड़ा सबूत यह है कि जिस जमीन पर वक्फ बोर्ड की इमारत बनी हुई है वह जमीन वक्फ मोतमादुद दोलह (वक्फ आगा मीर) की है ।सलिए ऐसे कार्यालय में बैठकर वक्फ बचाने की बात करना जो अवैध रूप से वक्फ की जमीन पर बना हुआ है केवल धोखा देने के लिए है। मौलाना हबीब हैदर आब्दी ने कहा कि क्या वह रिकॉर्ड भी वेब साईट पर अपलोड किया जाएगा जो जमीनें रामपुर और अन्य जिलों में वक्फ की बेची जा चुकी हैं। मौलाना ने कहा कि जो लोग वक्फ बोर्ड के लोगों के साथ बैठकर वक्फ बचाने की बात करते हैं और कहते हैं कि वह सुधार का काम करना चाहते हैं कल उन्हीं के खिलाफ वक्फ बोर्ड ने बेईमानी के आरोप लगाए थे ये दुखद है।इसलिए ऐसे लोगों के साथ बैठकर वक्फ सुरक्षा की बात करना नाइन्साफी है।
ओलमा कमेटी में बयान जारी करते समय मौलाना रजा हुसेन मौलाना इब्ने अली वायज मौलाना इस्तेफा रजा, मौलाना तसनीम महदी मौलाना हबीब हैदर, मौलाना इफ्तिखार हुसैन इन्कलाबी मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना जव्वार हुसैन और मौलाना हसन जाफर आदि मौजूद थे।