महिलाओं की सामाजिक सक्रियता ही, समाज को नया मार्ग दिखा सकती है : लक्ष्य
बाराबंकी: लक्ष्य की बाराबंकी टीम ने " बहुजन जनजागरण " अभियान के तहत एक दिवसीय कैडर कैम्प का आयोजन उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी के शांतिपुरम में कुरील कुंज में किया | जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया |
महिलाओं की जागरूकता ही, समाज को नया मार्ग दिखा सकती है यह बात लखनऊ से आईं लक्ष्य कमांडर संघमित्रा गौतम, रेखा आर्या व् लाजो कौशल ने कही | उन्होंने कहा कि महिलाओं की जागरूकता से ही समाज मजबूत हो सकता है क्योंकि महिला ही समाज का एक मजबूत स्तम्भ होती है और अगर वह स्तम्भ मजबूत है तो समाज भी मजबूत होगा | उन्होंने कहा कि अगर बहुजन समाज को विकसित होना है तो उनको अपनी महिलाओं को भी समानता का अधिकार देना होगा ताकि वो भी सामाजिक तौर से जागरूक होकर मजबूत हो सकें और वह अपनी सुरक्षा कर सकें |
लक्ष्य कमांडर राजकुमारी, संगीता व् अलका गौतम ने अंधविश्वास पर कड़ा प्रहार किया और उन्होंने अंधविश्वास व् सामाजिक कुरूतियों को ही बहुजन समाज के मार्ग में मुख्य बाधा बताया | उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षित करके ही इस बीमारी से बचा जा सकता है |
लक्ष्य कमांडर पूनम प्रधान, एडवोकेट सुरेश चंद गौतम व् कमलेश कुमार ने हाल ही में जिला सोनभद्र में हुई आदिवासियों की सामूहिक हत्या पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि यह घटना सिद्ध करती है कि आज भी देश में बहुजन समाज के लोगो को समानता का अधिकार नहीं है और वे सुरक्षित भी नहीं है और बहुजन समाज के लगभग सभी नेता गुलाम प्रवृत्ति के हैं जो अपना पेट पालने तक ही सीमित हैं और ऐसी बड़ी घटनाओं पर भी वे चुप हैं | उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो ऐसे गुलाम प्रवृत्ति के नेताओं का बहिष्कार करें |
उन्होंने उन्नाव बलत्कार की घटना पर भी दुःख प्रकट करते हुए कहा कि आज भी देश में बेटियां सुरक्षित दिखाई नहीं देती हैं और यह और भी दुःखद हो जाता है जब सरकार दबंगो के साथ खड़ी दिखाई देती है | उन्होंने कहा कि यह घटना महिलाओ को एक सीख देती है कि वो अपनी जातियों को तोड़कर संगठित हों और ऐसी घटनाओं का पुरजोर विरोध करें ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके|
लक्ष्य के सलाहकार एम्.एल. आर्या ने संगठन के बारे में विस्तार से बताते हुए लक्ष्य की भविष्य की रणनीति को भी बताया | लोगो ने लक्ष्य के कमांडरों द्वारा किये जा रहे कार्यो की जोरदार प्रशंसा की |