महाराष्ट्र में भाग सकते हैं कांग्रेस, एनसीपी के 50 विधायक
मुंबई, 28 जुलाईः भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने रविवार को दावा किया कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपना पाला बदलने के लिए कांग्रेस और राकांपा के कम से कम 50 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं. महाजन का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कई नेता हाल ही में पार्टी छोड़ चुके हैं.
महाजन ने कहा, ''कांग्रेस और राकांपा के करीब 50 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं. राकांपा की वरिष्ठ नेता चित्रा वाघ ने एक महीने पहले भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताते हुए दावा किया था कि उनका अपनी मूल पार्टी (राकांपा) में कोई भविष्य नहीं है.
महाजन ने कहा,''विधायक अनुरोध कर रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होना चाहते हैं. कांग्रेस लड़खड़ा रही है और अगले कुछ हफ्तों में राकांपा और कमजोर दिखेगी.'' महाजन ने शरद पवार के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि भाजपा कांग्रेस और राकांपा को हराने के लिए उनके नेताओं के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच 288 विधानसभा सीटों में से 240 सीटों पर सहमति बन गई है. अन्य सीटों के लिए जल्द ही बातचीत की जाएगी. इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के बारे में आपत्तियों के चलते विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की योजना बना रही है. यहां पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि दोनों प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेता शेष सीटों के लिए स्वाभिमानी पक्ष जैसे अन्य संगठनों से बात करेंगे. राकांपा और कांग्रेस 240 सीटों पर सहमत हुए हैं. पवार ने बताया कि जल्द ही सीट बंटवारे पर बातचीत पूरी कर ली जाएगी और अगले कुछ दिनों में विधानसभा क्षेत्रवार उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाएगी.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के साथ आने के सवाल पर पवार ने कहा, ''मुंबई में मैंने कुछ मनसे नेताओं से मुलाकात की. हाल में राज ठाकरे सोनिया गांधी से मिले. मनसे नेताओं को ईवीएम को लेकर संदेह हैं और उनका मानना है कि इस संबंध में कुछ फैसला किए जाने की आवश्यकता है. मनसे चुनाव बहिष्कार के पक्ष में है, लेकिन यह हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है.''