हॉल ऑफ फेम क्लब में शामिल हुए सचिन तेंदुलकर
नई दिल्ली : जिस दिन का भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को काफी लंबे समय से इंतजार था। आखिरकार वो दिन आ ही गया। भारतीय 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को आखिरकार आईसीसी ने बड़ा सम्मान देते हुए हॉल ऑफ फेम में शामिल कर लिया है। सचिन को दक्षिण अफ्रीका के एलन डोनाल्ड और ऑस्ट्रेलिया के कैथरीन फिट्जपैट्रिक के साथ लंदन में एक समारोह के दौरान आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। राहुल द्रविड़ आईसीसी द्वारा सम्मानित किए जाने वाले अंतिम भारतीय थे।
जब द्रविड़ को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था, तब सवाल उठाए गए थे कि हॉल ऑफ फेम की लिस्ट से 'भारत के सबसे बड़े क्रिकेटर' का नाम अभी तक क्यों गायब है। ICC की नियम पुस्तिका के अनुसार, एक खिलाड़ी को ICC हॉल ऑफ फेम में तभी शामिल किया जा सकता है, जब उसने रिटायरमेंट के 5 साल पूरे कर लिए हों। सचिन ने नवंबर 2013 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। तेंदुलकर (2019) और द्रविड़ (2018) से पहले भी कई भारतीयों को ICC हॉल ऑफ फ़ेम में शामिल किया जा चुका है, जिनमें बिशन सिंह बेदी (2009), कपिल देव (2009), सुनील गावस्कर (2009) और अनिल कुंबले (2015) जैसे नाम शामिल हैं।
सचिन ने इस खास मौके पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, 'इस मौके पर, मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जो एक लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में मेरे साथ खड़े रहे। मेरे माता-पिता, भाई अजीत और पत्नी अंजलि मेरी ताकत के स्तंभ रहे हैं, जबकि मैं भाग्यशाली था कि कोच रमाकांत आचरेकर जैसा कोई मेरे लिए था, जो शुरुआती मार्गदर्शक और संरक्षक के रूप में मेरे साथ रहा।'
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने भी हॉल ऑफ फेम में जगह बनाई। उन्होंने 2008 में प्रोटियाज के लिए अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। डोनाल्ड को दक्षिण अफ्रीका का सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है। प्रोटियाज टीम के लिए उनका करियर बेहद शानदार रहा। अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान डोनाल्ड ने टेस्ट में 330 और वनडे में 272 विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट खिलाड़ी फिट्ज़पैट्रिक आईसीसी हॉल ऑफ फ़ेम में शामिल होने वाली आठवीं महिला बनीं। वह दो आईसीसी महिला विश्व कपों में ऑस्ट्रेलिया की जीत में निर्णायक भूमिका निभा चुकी हैं। 13 टेस्ट मैचों में, उन्होंने 60 विकेट झटके और 16 साल की अवधि वाले करियर में सबसे तेज गेंदबाज भी मानी गई। फिट्ज़पैट्रिक ने 109 मैचों में 180 विकेट के साथ अपने शानदार करियर का समापन किया।