नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों का एक बहुत बड़ा वर्ग महेंद्र सिंह धोनी को अभी भी क्रिकेट खेलते देखना चाहता है, लेकिन बीसीसीआई की योजना इसके बिल्कुल विपरीत है। बीसीसीआई के प्लान के मुताबिक यदि धोनी अगस्त में होने वाले वेस्टइंडीज दौरे से पहले अपने भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं करते हैं तो बोर्ड उनको टीम में शामिल नहीं करेगा। बोर्ड चाहता है कि युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत धोनी की जगह टीम का हिस्सा हों। धोनी के लिए वर्ल्ड कप 2019 कुछ खास नहीं रहा। पूरे टूर्नामेंट के दौरान वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने बल्लेबाजी भी काफी धीमी गति से की। धोनी की धीमी बल्लेबाजी के कारण दूसरे छोर पर खड़े खिलाड़ी दबाब में आकर अपना विकेट गंवाते रहे। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भी ऐसा देखा गया था। रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद जल्द ही धोनी से इस बारे में बात करने वाले हैं।

सूत्रों की मानें तो धोनी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम प्लान में शामिल नहीं है। धोनी अगर रिटारमेंट नहीं लेते हैं तो भी दूसरे सीरीज या टी-20 वर्ल्ड में उनका खेलना मुश्किल नजर आ रहा है। एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने धोनी को लेकर कहा, ‘मुझे लगता है कि धोनी के लिए यह सबसे अच्छा मौका है जब उन्हें क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए। धोनी अब पहले वाले फिनिशर नहीं रहे, उनके टीम में होने से युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं मिल पा रहा है।’

बता दें कि धोनी को लेकर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और कपिल देव जैसे पूर्व भारतीय क्रिकेटर लगातार अपनी बात रख रहे हैं। इन दिग्गजों का भी मानना है कि धोनी को अब संन्यास लेकर भविष्य की ओर देखना चाहिए। धोनी की कप्तानी में भारत साल 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप और साल 2011 में 50-50 फॉर्मेट
का वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही थी। वहीं धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 3 विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब अपने नाम किया था।