मैनचेस्टर: दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप के आखिरी लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 10 रन से मात देकर अपने विश्व कप अभियान का अंत किया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कप्तान फॉफ डुप्लेसी के शानदार शतक की बदौलत 6 विकेट पर 325 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.5 ओवर में 315 रन बना सकी और 10 रन के अंतर से मैच गंवा दिया। इस हार के साथ ऑस्ट्रेलिया अंक तालिका में भारत के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया। इस वजह से उसकी 11 जुलाई को बर्मिंघम में खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल में मेजबान इंग्लैंड से भिड़ंत होगी। वहीं 9 जुलाई को मैनचेस्टर में टीम इंडिया की न्यूजीलैंड से भिडंत होगी।

जीत के लिए 326 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इमरान ताहिर ने कप्तान एरोन फिंच को पारी के तीसरे ओवर की पहली गेंद पर फिंच को एडेन मार्कराम के हाथों लपकवाकर पवेलियन वापस भेज दिया। इसके बाद 20 के स्कोर पर उस्मान ख्वाजा चोटिल होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए स्टीव स्मिथ को प्रीटोरियस ने एलबीडब्लूय कर ऑस्ट्रेलिया को परेशानी में डाल दिया। सातवें ओवर में स्मिथ जब आउट हुए तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 33 रन था। लेकिन दूसरे छोर पर डेविड वॉर्नर डटे रहे और पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का सिलसिला नहीं थमा। क्विंटन डि कॉक ने पहले तो मार्क्स स्टोइनिस(22) को धोनी के ब्लाइंड स्टाइल में रन आउट करके पवेलियन वापस भेजा। इसके मैक्सवेल को रबाडा ने डिकॉक के हाथों लपकवाकर कंगारू टीम को और परेशानी में डाल दिया।

24.1 ओवर में 119 के स्कोर पर 4 विकेट गंवाने और ख्वाजा के चोटिल होने के बावजूद वॉर्नर और अन्य ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी। उपकप्तान एलेक्स केरी ने एक बार फिर मोर्चा संभालते हुए छठवें विकेट के लिए डेविड वॉर्नर के साथ 108 रन की साझेदारी की। इसी दौरान वॉर्नर ने अपना शतक पूरा किया। लेकिन 122 रन बनाने के बाद वो प्रीटोरियस की गेंद पर मॉरिस के हाथों लपके गए। वॉर्नर के आउट होने के बाद कैरी ने धुआंधार बल्लेबाजी जारी रखी और पैट कमिंस के साथ सातवें विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की। 272 के स्कोर पर कमिंस आउट हुए इसके बाद एलेक्स कैरी भी मॉरिस की गेंद पर अपना विकेट दे बैठे।

कैरी के आउट होने के बाद चोटिल ख्वाजा दोबारा मैदान पर उतरे तब दूसरे छोर पर मिचेल स्टार्क थे। दोनों ने एक बार फिर लक्ष्य को हासिल करने के लिए रन बनाने की कोशिश की लेकिन ऑस्ट्रेलिया को 301 के स्कोर पर पहुंचाने के ख्वाजा दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रबाडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद स्टार्क भी इसी ओवर में पवेलियन लौट गए। ऐसे में अंतिम ओवर में जीत के लिए कंगारुओं को 18 रन की दरकार थी। एंदिले फेलुवायो ने 5 गेंदों में 9 रन दिए लेकिन अंत में नाथन लॉयन को बाउंड्री पर कैच कराकर अपनी टीम को 10 रन से जीत दिला दी और जेपी डुमिनी और इमरान ताहिर जैसे अपने साथियों को विजयी विदाई दी।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने 100 रन बनाए। उनके अलावा सी वैन डेर डुसैन​ ने 95 और क्विंटन डी कॉक ने 52 रनों का योगदान दिया। हाशिम अमला चोट के कारण इस मैच में नहीं खेले। उनके स्थान पर डी कॉक के साथ एडिन मार्कराम (34) बल्लेबाजी करने आए। इस सलामी जोड़ी ने पहले विकेट लिए 79 रन जोड़ टीम को तेज शुरुआत दी। नाथन ल्योन ने मार्कराम को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहली सफलता दिलाई और हावी होने की कोशिश की, लेकिन डी कॉक ने कप्तान के साथ मिलकर टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचा दिया।

अर्धशतक पूरा करने के कुछ देर बाद डी कॉक आउट हो गए। लॉयन ने ही डी कॉक का विकेट लिया। उन्होंने 51 गेंदों का सामना कर सात चौके लगाए। इसके बाद कप्तान और डुसैन ने बेहतरान पारियां खेलीं और विकेट पर पैर जमाए। डुप्लेसिस ने जेसन बेहरनडॉर्फ द्वारा फेंके गए 43वें ओवर की दूसरी गेंद पर एक रन ले अपना पहला विश्व कप शतक पूरा किया, लेकिन इसी ओवर की अखिरी गेंद पर वह आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 94 गेंदों का सामना किया और सात चौके और दो छक्के लगाए।

यहां से डुसेन ने स्कोर बोर्ड चालू रखा। वह हालांकि अपना शतक पूरा नहीं कर पाए और पारी की आखिरी गेंद पर पैट कमिंस ने उन्हें बोल्ड कर दिया। डुसेन ने 97
गेंदों की पारी में चार चौके और इतने ही छक्के लगाए। इसके अलाव जेपी डूमिनी (14) और ड्वयान प्रीटोरियस ने 2 रन का योगदान दिया। वहीं, एंडिले फेहुलक्वायो 4 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल स्टार्क और नाथन ल्योन ने दो-दो जबकि पैट कमिंस और जेसन बेहरनडार्फ ने एक-एक विकेट चटकाया।