छठी आर्थिक गणना में यूपी का उद्यम क्षेत्र में प्रथम एवं हस्तशिल्प में दूसरा स्थान: महबूब अली
लखनऊ: प्रदेश के अर्थ एवं संख्या विभाग के मंत्री महबूब अली ने कहा है कि प्रदेश के नियोजित विकास के फलस्वरूप उद्यम स्थापना के साथ ही हस्तशिल्प और हथकरघा उद्यम क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उ़द्यम क्षेत्र में प्रथम तथा हस्तशिल्प और हथकरघा में उत्तर प्रदेश का देश में दूसरा स्थान है।
श्री महबूब अली योजना भवन में अर्थ एवं संख्या विभाग की आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि छठी आर्थिक गणना 2012-13 के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश को कुल 6683905 उद्यम प्राप्त हुए है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 4158955 तथा नगरीय क्षेत्र में 2524950 उद्यम हैं जो भारत में प्राप्त कुल 58495359 उद्यमों की संख्या है। इसमें देश में प्रदेश की हिस्सेदारी 11.43 प्रतिशत रही। इस प्रकार उत्तर प्रदेश उक्त आर्थिक गणना के दौरान देश में प्रथम स्थान पर रहा। उन्होंने बताया कि राज्य एवं जिला स्तर के आंकड़ो से स्पष्ट है कि हस्तशिल्प और हथकरघा उद्यम क्षेत्र में प्रदेश में कुल 309997 उद्यम स्थापित हुए है। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 154586 तथा नगरीय क्षेत्रों में 155411 उद्यम स्थापित किये गये है जबकि देश में इस क्षेत्र में 1873624 उद्यम लगाये गये है। इसमें प्रदेश की हिस्सेदारी 16.55 प्रतिशत रही है।
श्री महबूब अली ने कहा कि प्रदेश के आर्थिक नियोजन हेतु विभिन्न आर्थिक एवं सामाजिक विषयों पर आकड़ों का एकत्रीकरण, प्रशोधन, विश्लेषण एवं प्रकाशन करना आज के परिवेश में अत्यन्त आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी राज्य सरकार की नियोजन प्रक्रिया में अपना सक्रिय सहयोग दें, तभी केन्द्र तथा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों को उनकी आवश्यकतानुसार आकड़ों की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आकड़ों का भौतिक सत्यापन समय से कराना सुनिश्चित करें, इससे कार्यों में पारदर्शिता भी आयेगी और आंकड़ों की विश्वसनीयता कायम रहेगी। उन्होंने जिम्मेदारी के साथ अधिकारियों को कार्य करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव अर्थ एवं संख्या श्री अरूण कुमार सिन्हा ने बताया कि महिला उद्यमियों द्वारा संचालित उद्यमों में देश में प्रदेश का आठवां स्थान है।
बैठक में विशेष सचिव श्री अबरार अहमद, श्री गिरिजा शंकर कटियार, अपर निदेशक डा0 सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, तथा मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।