काशी मेरे लिए मात्र दो अक्षर नहीं, मेरे लिए प्रेरणा है: मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि काशी मेरे लिए मात्र दो अक्षर नहीं है, यह मेरे लिए प्रेरणा है। काशी विकास की नई राह पर है।
उन्होंने आगे कहा कि अक्सर कहा जाता है कि जो भी एक बार काशी आता है, वह शहर का हिस्सा बन जाता है। पिछले पांच वर्षों में मैंने हर गुजरते पल का अनुभव किया है। मुझे ढालने और मेरे राजनीतिक और आध्यात्मिक होने को एक दिशा देने में काशी का मुझ पर बहुत बड़ा प्रभाव है। मोदी ने कहा कि काशी उनके लिए केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि धर्म, आध्यात्मिकता और संस्कृति के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि इसके लोगों ने मुझे सेवा करने का अवसर प्रदान किया।
उन्होंने आगे कहा कि जो शहर बाबा विश्वनाथ का पसंदीदा है, उसे किसी और की जरूरत नहीं है। लेकिन यह तथ्य कि काशी के लिए मेरा जीवन किसी काम का हो सकता है, मेरे लिए बहुत संतोष की बात है। काशी के मेरे लोगों ने मुझे उनकी सेवा करने का अवसर देकर आशीर्वाद दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में वाराणसी के विकास में लोगों की भागीदारी पर गर्व करता हूं, यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान शहर में किए गए विभिन्न विकासात्मक प्रयासों का भी जिक्र किया।