भोपाल: जिला चुनाव अधिकारी ने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नोटिस भेजा है। शिकायत यह मिली है कि चुनाव कैंपेन करने लिए प्रतिबंध लगाए जाने के दौरान उन्होंने चुनाव प्रचार किया। गौर हो कि चुनाव आयोग ने उन पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन करने पर तीन दिनों का प्रतिबंध लगाया था। जबकि मध्य प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने बताया था कि 72 घंटे के प्रतिबंध के बाद मौन धारण कर साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार सुबह शहर कर्फ्यू वाली माताजी के दर्शन किए और दरबार में श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया। लालघाटी में गुफा मंदिर गईं, जहां उन्होंने महंत श्री चंद्रमादास जी से आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह मंदिर स्थित गौशाला गईं और उन्होंने गाय-बछड़े को गुड़ और घास खिलाईं।

चुनाव आयोग ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे और बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर बयानों के लिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव अभियान पर बुधवार को 72 घंटे की रोक लगा दी थी। आयोग ने उनके बयानों की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें भविष्य में ऐसे बयान नहीं दोहराने की चेतावनी दी थी। प्रतिबंध गुरुवार दो मई सुबह छह बजे से लागू हुआ था। लेकिन आरोप है कि इस दौरान वह प्रचार करती रहीं।

गौर हो कि अयोध्या में राममंदिर बनाने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा था कि राममंदिर हम बनाएंगे और भव्य बनाएंगे। हम तोड़ने गए थे बाबरी मस्जिद का ढांचा। मैंने चढ़कर तोड़ा था ढांचा। मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी। हमने देश का कलंक मिटाया है। इससे पहले भोपाल में 18 अप्रैल को बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक में हेमंत करकरे पर जेल में यातना देने का आरोप लगाते हुए प्रज्ञा सिंह ने कहा था कि मैंने करकरे को सर्वनाश होने का श्राप दिया था और इसके सवा महीने बाद आतंकवादियों ने उन्हें मार दिया। हालांकि, इस बयान के एक दिन बाद चारों तरफ से आलोचना होने के बाद प्रज्ञा ने अपना बयान वापस ले लिया था और माफी भी मांग ली थी।

उनके बयान पर मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने कहा था कि यदि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के शाप से एक देशभक्त अफसर शहीद हो सकता है तो मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को सुझाव दूंगा कि प्रज्ञा शाप को हाफिज सईद और दूसरे आतंकियों पर इस्तेमाल करें, ताकि आतंकवादी एक साथ खत्म हो जाएं।