लखनऊ लोकसभा से नागरिक एकता पार्टी के प्रत्याशी शमीम खान ने आज निशातगंज व न्यू हैदराबाद में जनसंपर्क किया और सपा-बसपा तथा कांग्रेस को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि मेरे बढ़ते प्रभाव व जनता से मिल रहे समर्थन से बौखलाये विपक्षियों ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कई जगह झड़पें की तथा मुझे चुनाव मैदान से नहीं हटने पर जान से मार डालने की धमकी दी गई जिसकी रिकार्डिंग पुलिस ने लेकर गोमती नगर थाने में एफ०आई०आर० दर्ज की, विवेचना में एक बड़े नेता का नाम आने से पुलिस लीपा-पोती करने में लगी है। शमीम खान ने कांग्रेस के पप्पू व सपा के टीपू के मध्य विगत विधानसभा में बेमेल किये गये गठबंधन पर कई टिप्पणियों के साथ ही बसपा पर भी हमला बोलते हुए मुस्लिम युवाओं को फर्जी मामलों में जेल भेजने, एनकाउंटर कराने के साथ दंगे करवाकर, नरसंहार तक करा डालने के गंभीर आरोप वोट बैंक बढ़ाने के लिये लगाते हुए कहा कि इन सभी ने दलितों व अल्पसंख्यको व सर्वसमाज के गरीबों का जीवन बर्बाद करने में कोई कमी नहीं रखी तभी जनता ने इन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया है अब चाहे जितना सिर पटक डालें अब यह सत्ता में कभी आने वाले नहीं है। पार्टी द्वारा लाटूश रोड तथा कसाई बाड़ा में आयोजित जनसभा में पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में क्रमशः पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक रामबहादुर रिटायर्ड आई०ए०एस० एवं पार्टी के प्रमुख महासचिव आलोक दुबे ने कहा कि शमीम खान ने जनता के उत्पीड़न पर आगे बढ़कर सबसे ज्यादा धरना-प्रदर्शन तथा विधानसभा का घेराव करने का इतिहास रचा है, और लोगों पर जब भी जुल्म हुआ, न्याय दिलाने हेतु इनकी अग्रणी भूमिका से पूरे प्रदेश में सर्वाधिक चर्चा में रहने वाले नेता के रूप में इनकी पहचान बन गई है, ऐसे में लखनऊ की जनता ने इन्हें भारी मतों से जिताने का मन बना लिया भाजपा को जुमलेबाज पार्टी तथा फर्जी घोषणाएं करके घिनौनी राजनीति करने वाली पार्टी बताने के साथ ही सपा और बसपा को भी अल्पसंख्यक व दलितों को बेवकूफ बनाकर वोट हासिल करके सरकार तो जुगाड़ से बनाई किंतु इन सभी के हित में कभी भी कुछ नहीं किया। अपने संम्बोधन मे श्री दुबे ने यह भी कहा कि सपा ने तो हद कर दी जब सपा की सरकार बनती है तो वोट देने वाले अल्पसंख्यक, दलित, बेरोजगार गरीब व निरीह लोगों का ही उत्पीड़न तेजी से शुरू हो जाता है और योजनाबध्य तरीके से उत्पीड़न कराने के लिए सपा मुखिया जिस जाति के हैं उसी जाति के लोगों को पूरे प्रदेश के लगभग सभी थानों मैं तैनाती देकर अपनी जाति विशेष के समर्थकों एवं सवर्णों व दबंगों से इन सभी का उत्पीड़न कराने की इंतिहा की जाती रही है, इसी वजह से सपा-बसपा सत्ता से दूर हैं और अब सत्ता में ये सभी कभी आएंगे भी नही।