नई दिल्ली: अंडमान और निकोबार में लोकसभा के लिए 11 अप्रैल को मतदान हुआ था। यहां राष्ट्रीय औसत से करीब 4.5 फीसदी कम 65.18 फीसदी मतदान हुआ। इसके बीच सबसे हैरान करने वाली बात रही यहां के ट्रांसजेंडर वोटरों का मतदान।

इस केंद्रशासित प्रदेश में अन्य कैटेगरी में महज 9 ट्रांसजेंडर वोटर ही रजिस्टर्ड हैं जबकि अन्य कैटेगरी में 1912 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ट्रांसजेंडर कैटेगरी में महज 9 वोट भले ही लोकतंत्र के लिहाज से ठीक न हो लेकिन वोटिंग का आंकड़ों को लेकर चुनाव अधिकारी भी हैरान हैं।

आंकड़ों में इस विसंगति के बारे में चुनाव आयोग की तरफ से अभी कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है लेकिन एक अधिकारी ने बताया है कि यह टाइपिंग की गलती से अधिक कुछ नहीं लगता है। हालांकि, इस बारे में एक बार फिर से पोलिंग बूथ से प्राप्त हुए वोटिंग परसेंटेज के आंकड़ों का मिलान किया जाएगा।

चुनाव आयोग की तरफ से 24 अप्रैल को लैंगिक आधार पर वोट डालने वालों के आंकड़े जारी किए गए थे। यहां के मतदाताओं ने पहले चरण में 11 अप्रैल को अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इन आंकड़ों के अनुसार केंद्रशासित प्रदेश में 1.68 लाख पुरुष वोटरों में से 1.07 लाख वोटरों ने अपना वोट डाला।

अंडमान निकोबार की सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा के विशाल जौली और कांग्रेस के कुलदीप राय शर्मा के बीच है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी यहां से अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। आम आदमी पार्टी की तरफ से संजय मेसाक और टीएमसी की तरफ अंडमान और निकोबार के पूर्व सांसद मनोरंजन भक्ता के पोते अयान मंडल को टिकट दिया है।

वहीं 1.49 लाख महिलाओं में से 97311 महिलाओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल मिलाकर 3.17 लाख वोटरों में से 2.07 लाख वोटरों ने केंद्र की सरकार को चुनने व अगली सरकार के गठन के लिए पोलिंग बूथों पर कतार में खड़े हुए।

इस बार लोकसभा चुनाव का आयोजन 7 चरणों में किया जा रहा है। अंतिम चरण का चुनाव 19 मई को होगा। चुनाव परिणाम की घोषणा चार दिन बाद 23 मई को होगी।