बाड़मेर में पीएम मोदी के विवादित भाषण पर चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट
नई दिल्ली: निर्वाचन विभाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बाड़मेर की चुनावी सभा में दिए गए भाषण के बारे में अपनी तथ्यामक रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेज दी है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट के साथ प्रधानमंत्री के भाषण के अक्षरश: अंश और आदर्श आचार संहिता के संबध में बिन्दुवार रिपोर्ट भेजी गयी। भारत के निर्वाचन आयोग ने मोदी के भाषण को लेकर शिकायत मिलने के बाद इस बारे में निर्वाचन विभाग से रिपोर्ट मांगी थी।
निर्वाचन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने दो दिन पहले ही निर्वाचन विभाग को इस मामले में बिन्दुवार रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। सूत्रों ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के संबध में विभाग ने अपनी तथ्यामक रिपोर्ट भेज दी है। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट के साथ प्रधानमंत्री के भाषण के अक्षरश: अंश और आदर्श आचार संहिता के संबध में बिन्दुवार रिपोर्ट भेजी गयी।
मोदी ने 21 अप्रैल को बाड़मेर में भाजपा उम्मीदवार कैलाश चौधरी के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। मोदी ने सभा में कथित तौर पर कहा था, 'भारत ने पाकिस्तान की धमकी से डरने की नीति को छोड़ दिया। ये ठीक किया न मैंने? वरना, आए दिन हमारे पास न्यूक्लियर बटन है, न्यूक्लियर बटन है, यही कहते थे, हमारे अखबार वाले भी लिखते थे, पाकिस्तान के पास भी न्यूक्लियर है, तो हमारे पास क्या है यह, ये दिवाली के लिए रखा है क्या?'
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में सेना के सम्मान और राष्ट्रीय सुरक्षा का भी जिक्र किया था। सभा के अगले दिन ही कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के भाषण पर आपत्ति जताते हुए निर्वाचन आयोग में इसकी शिकायत की थी। कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री अपने भाषणों में लगातार आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करते हुए सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को अपने चुनावी भाषणों में शामिल कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की सभा के दिन ही बाड़मेर में आचार संहिता के उल्लंघन का एक और मामला सामने आया था।
सभा के दौरान रास्तों पर कुछ स्थानों पर भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन के पोस्टर लगाए गए थे। इस मामले में निर्वाचन विभाग ने बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। भाजपा प्रत्याशी ने अपने जवाब में आरोपों को खारिज करते हुए इसे साजिश बताया था।