नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ 10 रन से हार का सामना करना पड़ा। आंद्रे रसेल ने 25 गेंद पर 65 रनों की पारी खेली, लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला सके। मैच के बाद रसेल इस बात से नाखुश नजर आए कि उन्हें बैटिंग ऑर्डर में इतना नीचे क्यों भेजा गया।

जीत के लिए 214 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की शुरुआत खराब रही। टीम ने पांच ओवर के अंदर 33 रन पर तीन विकेट गंवा दिए और फिर रोबिन उथप्पा ने 20 गेंद में सिर्फ नौ रन की पारी खेल चीजों को और मुश्किल कर दिया। ऐसे में जब रसेल बल्लेबाजी करने आए तब टीम को जीत के लिए 49 गेंदों पर 135 रनों की जरूरत थी, लेकिन वेस्टइंडीज के इस पावर हिटर ने आखिरी ओवर तक टीम की उम्मीदों को जिंदा रखा। उन्होंने नौ छक्के और दो चौके की मदद से 25 गेंद में 65 रन बनाए।

मैच के बाद कहा, 'सिर्फ 10 रन से हारना निराशाजनक है, हम जीत से सिर्फ दो शॉट दूर रह गए। अगर हमने बीच के ओवरों में कुछ और रन बनाए होते तो शायद कुछ गेंद शेष रहते ही जीत जाते।' नितीश राणा (46 गेंदों पर नॉटआउट 85 रन) ने भी अंतिम ओवरों में बड़े शॉट लगाये लेकिन उनकी और रसेल की पारी टीम को लगातार चौथी हार से नहीं बचा सकी। रसेल ने कहा, 'नीतीश ने शानदार बल्लेबाजी की, लेकिन हम निश्चित तौर पर निराश हैं। इसलिए मुझे खुशी और गम दोनों है।'

रसेल से जब पूछा गया कि क्या उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए था तो उन्होंने पहले इस सवाल को टालने की कोशिश की, लेकिन फिर कहा कि टीम को इसे लेकर ज्यादा लचीला रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे ऐसा (मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी) लगता है। कई बार आपको इसे लेकर लचीला होना होगा अगर आप हमारे टीम कॉम्बिनेशन को देखें तो मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने में कोई परेशानी नहीं है।' वेस्टइंडीज के इस बल्लेबाज ने कहा, 'जब मैं क्रीज पर रहता हूं तो विराट कोहली मुझे आउट करने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का इस्तेमाल करते जिससे आखिरी के ओवरों में उनके कम ओवर बचते और टीम के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान होता।'