बैन हटते ही फूट-फूटकर रोये आजम
रामपुर : लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी कैंडिडेट जयाप्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने पर चुनाव आयोग का बैन खत्म होने के बाद सपा नेता आजम खान एक रैली के दौरान भावुक हो गए और रोते नजर आए. रामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान भावूक हो गए और नम आंखों से उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन उनके समर्थकों और परिचितों को परेशान कर रही है. रामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने रोते हुए कहा कि मेरे साथ ऐसा सलूक हो रहा है, जैसे मैं दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी हूं, देशद्रोही हूं. सरकार का वश चले तो मुझे गोलियों से छलनी करवा दे.'
आजम खान ने कहा कि 'मैं सरकार से और उसके प्रशासन से कहना चाहता हूं कि मेरे घर के दरवाजे तोड़ दो, मुझे गोली मारो, मुझे मार दो ताकि चुनाव से पहले ही ये किस्सा खत्म हो जाए. मेरा जीना जमीन के लिए बोझ बन गया है. मुझे मार कर खत्म कर दो, मुझे नहीं लडऩा चुनाव. मैं जुल्म से नहीं घबराऊगा, लेकिन कमजोरों के साथ जुल्म करोगे तो मुझसे बर्दाश्त नहीं होगा. भाषण के दौरान यह कहते हुए आजम रोने लगे और बोले मैं पूरे रास्ते रोता हुआ आया हूं. मैं क्या कर सकता हूं. बस यही मेरा अपराध है कि मैंने आपके बच्चों की किस्मत संभालने की कोशिश की. '
चुनाव आयोग द्वारा बैन किये जाने पर आजम खान ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान तीन दिन के लिए चुनाव आयोग द्वारा बैन किए जाने का मतलब है कि वे क्या चाहते हैं. इस बैन के दौरान न मैं कहीं जा सका, न किसी से मिल सका और न ही किसी रैली या जनसभा को संबोधित कर सका.
आजम खान ने यह भी आरोप लगाया कि रामपुर को छावनी में बदल दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह किस तरह का लोकतंत्र है, जहां रामपुर में प्रशासन ने आतंक का राज फैलाया है. मझसे प्यार करने वाले और मेरे झंडे उठाने वालों के घरों के ताले तोड़े गए और उनके परिवारों की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. बता दें कि 15 अप्रैल को रामपुर में एक रैली के दौरान आजम खान ने जयाप्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
आजम खान ने खाकी अंडरवियर वाले बयान के बाद उन्हें चुनाव आयोग ने 72 घंटे के लिए चुनावी रैली करने से बैन कर दिया था. इतना ही नहीं, महिला आयोग ने भी आजम खान को नोटिस जारी किया था. बता दें कि रामपुर लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को चुनाव होना है.