लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल लखनऊ में परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन मनोज पाण्डेय की 17वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा का आयोजन परमवीर चक्र विजेता अमर शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय वेलफेयर सोसायटी द्वारा किया गया था। राज्यपाल ने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल लखनऊ व रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल स्कूल के मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह व रूपये 5,100 नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। श्रद्धांजलि सभा में शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय की माता श्रीमती मोहिनी पाण्डेय, पिता श्री गोपीचन्द्र पाण्डेय, परिजन, महापौर लखनऊ डाॅ0 दिनेश शर्मा, ले0जन0 आर0पी0 शाही ए0वी0एस0एम0 (अवकाश प्राप्त), ले0जन0 ए0के0 मिश्रा ए0वी0एस0एम0 (अवकाश प्राप्त), सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण व विशिष्ट नागरिक उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कैप्टन मनोज पाण्डेय ने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर करके जो शौर्य और पराक्रम दिखाया है वह अभूतपूर्व है। देश में अब तक 21 लोगों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है जिसमें कारगिल युद्ध के 4 वीरों को परमवीर चक्र, 9 वीरों को महावीर चक्र तथा 27 वीरों को वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन मनोज पाण्डेय ने जिस प्रकार की वीरता दिखायी उससे देश ने युद्ध तो जीत लिया मगर शेर खो गया। उन्होंने कहा कि ऐसे शूरवीरों को नमन करना चाहिए।
श्री नाईक ने कहा कि हम अपने देश में सुरक्षित है क्योंकि हमारे वीर सैनिक देश और हमारी रक्षा के लिए सीमाओं पर अपने प्राणों का बलिदान करते हैं। हमारा कर्तव्य है कि देश पर जान न्यौछावर करने वाले शहीदों को हम याद करें तथा समाज उनके परिवार के प्रति अपने कर्तव्य को समझे। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि कैप्टन मनोज पाण्डेय को आदर्श मानकर लक्ष्य तय करें तथा उसे प्राप्त करने की कोशिश करें।
श्री नाईक ने कहा कि कारगिल की लड़ाई के समय वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमण्डल में पेट्रोलियम मंत्री थे। कैबिनेट में उनके द्वारा सुझाव रखा गया कि कारगिल में शहीद होने वाले सैनिकों के परिवार को सरकारी खर्च पर पेट्रोल पम्प व गैस एजेन्सी आवंटित की जाये। इस दृष्टि से 439 परिवारों को गैस एजेन्सी व पेट्रोल पम्प दिये गये। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि वे शहीदों के परिजनों के लिये कुछ कर सकंे।
महापौर लखनऊ डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि मनुष्य यदि मृत्यु के उपरान्त समाज की स्मृति में जिये तो यह उसके कृत्य की बात है। कैप्टन मनोज पाण्डेय ने देश के लिए बलिदान दिया और यह उसका एक उदाहरण है। कैप्टन मनोज ने लखनऊ का नाम शहीद परिवारों की श्रृंखला में जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे शूरवीरों के शौर्य को नयी पीढ़ी तक पहुँचाया जाये।