भाजपा के घोषणा पत्र बोलीं माया, काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि भाजपा के घोषणा पत्र में सिर्फ छलावा ही छलावा ही है। भाजपा को घोषणा पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। अगर उसे जारी करना ही था तो पांच सालों में किए गए कामों की कार्रवाई रिपोर्ट पेश करनी चाहिए थी।
मायावती ने कहा है कि भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में जिस तरह वादा करके देश की जनता को छलने व गुमराह करने का प्रयास किया था, ठीक उसी प्रकार फिर करने का प्रयास किया जा रहा है। देश की जनता बहुत समझदार है और काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। वास्तव में घोर चुनावी वादाखिलाफी व जनता से विश्वासघात करने वाली भाजपा को नया घोषणा पत्र जारी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सबसे पहले उन्हें अपनी घोर वादाखिलाफी व जनविश्वासघात के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा ने पांच साल केवल धन्नासेठों के लिए ही काम किया है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नया चुनावी घोषणा पत्र जारी करने के बजाए अब तक किए कामों पर कार्रवाई रिपोर्ट जारी करनी चाहिए, लेकिन उसके पास हिम्मत नहीं है। नरेंद्र मोदी सरकार वादाखिलाफी व विश्वासघात करने में सरताज साबित हुई है। कुछ मुट्ठीभर पूंजीपतियों व धन्नासेठों के अच्छे दिन अगर छोड़ दिए जाएं तो 130 करोड़ जनता आज भी अच्छे दिन का इंतजार कर रही है। देश की आमजनता ने अच्छे दिन के बजाए हर प्रकार से बुरे दिन देखे हैं। भाजपा के नेता इसे वादा नहीं बल्कि जुमलेबाजी कहकर नकारते हैं। इसलिए ऐसी गरीब-विरोधी, गैर-जिम्मेदार व जुमलेबाज सरकार सही, सच्ची, देशहित व देशभक्त कैसे हो सकती है? इसीलिए इनका असली चेहरा अब बेनकाब हो गया है।