नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्रवाद को व्यक्त करने का मतलब 'भारत माता की जय' कहना नहीं है और इसके साथ ही उन्होंने युवाओं से धर्म, जाति और शहरी-ग्रामीण विभाजन के आधार पर लोगों से भेदभाव करने से बचने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रवाद का मतलब भारत माता की जय नहीं है। सबके लिए जय हो, यही देशभक्ति है। अगर आप लोगों को धर्म, जाति, शहरी-ग्रामीण विभाजन के आधार पर भेदभाव करते हैं तो आप भारत माता की जय नहीं बोल रहे हैं।'

दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए नायडू ने कहा, 'युवाओं को एक नए भारत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो भ्रष्टाचार, अशिक्षा, भय, भ्रष्टाचार, भूख और जाति बाधाओं से मुक्त है। पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करना, नकारात्मकता को दूर करना, सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना, सामाजिक रूप से कर्तव्यनिष्ठ, शांतिप्रिय और स्नेही बनना सीखें।'