लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय ने राजभवन में विश्वविद्यालय के प्रथम न्यूज लैटर का विमोचन किया। इस अवसर पर इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद, सचिव राज्यपाल चन्द्रप्रकाश पाण्डेय सहित राजभवन के अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने न्यूज लैटर विमोचन के पश्चात् कुलपति प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद से विश्वविद्यालय के नये सत्र प्रारम्भ होने एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल ने कुलपति से शैक्षणिक कैलेण्डर बनाकर समयबद्धता के साथ कार्य पूर्ण करने को भी कहा।
उल्लेखनीय है कि संगम नगरी इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश के 26वें राज्य विश्वविद्यालय के रूप में इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। यह विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम (संशोधन), 2013 द्वारा गठित हुआ है। इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय का शुभारम्भ 17 जून, 2016 को हुआ।
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय आवासीय सहित सम्बद्ध विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय की प्रशासनिक गतिविधियाँ वर्तमान में अस्थाई रूप से सी0पी0आई0 कैम्पस इलाहाबाद से संचालित की जा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा नैनी क्षेत्र में यूपीएसआईडीसी की 120 एकड़ भूमि इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के पक्ष में आवंटित कर दी गयी है। इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय को 3 चरणों में विकसित किया जायेगा। प्रथम चरण हेतु बजट सत्र 2016-17 में प्रशासनिक भवन एवं अन्य निर्माण हेतु 50 करोड़ रूपये का प्रावधान भी किया गया है।
विश्वविद्यालय के प्रथम शैक्षणिक सत्र 2016-17 का संचालन शुरू हो गया है तथा इसका कार्यक्षेत्र इलाहाबाद मण्डल के 4 जिले इलाहाबाद, कौशाम्बी, फतेहपुर तथा प्रतापगढ़ हैं। अभी तक इलाहाबाद, कौशाम्बी एवं फतेहपुर क्षेत्र के महाविद्यालय छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर तथा प्रतापगढ़ क्षेत्र के महाविद्यालय राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद से सम्बद्ध थे। इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के प्रारम्भ होने से इन क्षेत्रों के महाविद्यालयों की सम्बद्धता इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के अधीन होगी। शैक्षणिक सत्र 2016-17 में इलाहाबाद, कौशाम्बी, फतेहपुर तथा प्रतापगढ़ क्षेत्र के महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के अधीन शिक्षा ग्रहण करेंगे।
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के अधीन 12 विभागों एवं 114 केन्द्रों में माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियाँ संचालित की जायेगी। प्रथम चरण में हयूमैनिटिज एण्ड इंटरनेशनल स्टडीज, सोशल साईंस एवं कामर्स एण्ड मैनेजमेंट से संबंधित पाठ्यक्रमों को उपलब्ध संसाधनों के आधार पर प्रारम्भ किया जायेगा। द्वितीय एवं तृतीय चरण में बेसिक एण्ड एप्लाईड साईंसेज, इन्वायरमेंटल एण्ड अर्थ साईंसेज, इण्डियन एण्ड फारेन लैग्वेजेज, लीगल स्टडीज, स्किल डेवलेपमेंट एण्ड प्रोफेशनल स्टडीज, इंजिनियरिंग, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, एवं आयुर्वेद से संबंधित पाठ्यक्रम शुरू किये जायेंगे।