लखनऊ में खाकी फिर हुई दाग़दार
ब्लैकमनी के नाम पर व्यापारी से लूट लिए 1.58 करोड़ रुपये
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से खाकी वर्दी दागदार हुई है. लखनऊ में लखनऊ में पवन मिश्रा और आशीष तिवारी के नाम के दो सब इंस्पेक्टर को ब्लैकमनी के नाम पर एक कोल व्यापारी से करीब 1.58 करोड़ रुपये लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इन दोनों सब इंस्पेक्टर ने ब्लैक मनी बताकर कोल व्यापारी से 1.58 करोड़ रुपये ले लिए. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
एसएसपी नैथानी ने कहा कि इस मामले में इनके अलावा अन्य तीन-चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि पुलिस को यह पैसे कहां और किस वक्त कोल व्यापारी से मिला.
इससे पहले भी लखनऊ में पुलिस की वर्दी के नाजायज इस्तेमाल का एक मामला सामने आ चुका है. पिछले साल लखनऊ में एप्पल एक एरिया मैनेजर की पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली से हत्या का मामला सामने आ चुका है. विवेक तिवारी हत्याकांड से पहले भी पुलिस कई वजहों से बदनाम रही है. एंटी रोमियो मुहिम में ही पुलिस ने कई लोगों की खुलेआम बेइज्जती की, नोएडा में एक सब-इंन्सपेक्टर ने फर्जी एनकाउंटर में जिम ट्रेनर को गोली मार दी, मुरादाबाद में थाने के अंदर प्रेमी जोड़े की पिटाई कर दी, हापुड़ में मॉब लिचिंग में संवेदनहीनता दिखाई, अलीगढ़ में लाइव एन्काउंटर शूट किया गया और मेरठ में एक छात्र को इसलिए पीटा गया क्योंकि उसकी दोस्त किसी दूसरे धर्म की थी.