अब शहीद सीआरपीएफ जवान की विधवा ने मांगे एयर स्ट्राइक के सबूत
नई दिल्ली: पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ठिकाने पर वायुसेना द्वारा की गई बमबारी में मारे गए आतंकियों के मुद्दे पर सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष के बीच राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। विपक्षी पार्टियों द्वारा इस एयर स्ट्राइक के सबूत मांगे जाने के बीच अब शहीद सीआरपीएफ जवानों के घरवालों ने भी कुछ ऐसी ही मांग की है।
यूपी के शामली निवासी शहीद सीआरपीएफ जवान की विधवा ने बालाकोट में हुए एयर स्ट्राइक के सबूत मांगे। अब पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहादत देने वाले एक और जवान की विधवा ने भी ऐसी ही मांग की है। द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, शहीद राम वकील की पत्नी गीता देवी ने कहा है कि एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर सरकार को सबूत देने चाहिए।
गीता देवी ने कहा, ‘पुलवामा हमले के बाद हमें सबूत के तौर पर हमारे जवानों के शव मिले, लेकिन पाकिस्तान में हुई एयर स्ट्राइक के मामले में ऐसा नहीं हुआ।’ वहीं, राम वकील की बहन रामरक्षा ने भी कहा कि लोगों को यह जानने का हक है कि आखिर क्या हुआ। उन्होंने कहा, ‘अगर यह दावा किया जा रहा है कि 300 से ज्यादा लोग मारे गए तो कुछ सबूत भी दिए जाने चाहिए। हम कैसे भरोसा करें कि एयर स्ट्राइक हुई और आतंकी मारे गए।’ रामरक्षा ने तो यहां तक कहा कि ये दावे ‘झूठे’ भी हो सकते है।
राम वकील की मां अमितश्री ने कहा, ‘अगर सरकार का दावा है कि उन्होंने शहादत का बदला लिया गया है तो उन्हें इस बात का सबूत भी देना चाहिए।’ बता दें कि राम वकील अपने पीछे पत्नी और तीन बेटे छोड़ गए हैं। मैनपुरी में अपने गृहनगर में एक महीने छुट्टी बिताने के बाद वह 11 फरवरी को कश्मीर लौटे थे। बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे।
इससे पहले शहीद सीआरपीएफ जवान प्रदीप कुमार की 37 वर्षीय विधवा शर्मिष्ठा देवी ने कहा था कि वह बालाकोट एयरस्ट्राइक को लेकर सरकार के दावे से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा था, ‘जब पुलवामा का हमला हुआ तो सभी ने हमारे जवानों के शव देखे। साफ तौर पर सबूत मिले। लेकिन यहां, हमारे सामने महज दावे हैं।’