चुनावी तारीखों के एलान में देरी पर कांग्रेस का इलेक्शन कमीशन से सवाल
क्या पीएम के सरकारी कार्यक्रमों के पूरा होने का इंतज़ार कर रहा है चुनाव आयोग?
नई दिल्ली: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर हमला बोला है. कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल राजनीतिक सभाओं के लिए करने का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग आम चुनाव की तिथियों की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रमों के पूरा होने का इंतजार कर रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर यह भी दावा किया कि सरकार अपने आखिरी मिनट तक सरकारी पैसों का उपयोग अपने प्रचार के लिए करने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने पूछा, 'क्या चुनाव आयोग आम चुनाव के लिए तिथियों की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री के 'आधिकारिक' यात्रा कार्यक्रमों के पूरा होने का इंतजार कर रह है?' अहमद पटेल ने दावा किया, 'सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल राजनीतिक सभाओं, टीवी/रेडियो एवं प्रिंट पर राजनीतिक विज्ञापनों लिए हो रहा है. ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग सरकार को पूरी छूट दे रहा है कि वह आखिरी मिनट तक पैसे का उपयोग करे.'
उधर, चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा मार्च के दूसरे हफ्ते में हो सकती है. बताया जा रहा है कि चुनाव 6 से 7 चरणों में हो सकते हैं. उधर, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चुनाव की फर्जी तारीखों की पोस्ट भी वायरल हो रही है. इसे संज्ञान में लेते हुए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया था. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने फेसबुक और ट्विटर को संबंधित कंटेट के लिए भी कहा था.
सोशल मीडिया पर सिर्फ चुनाव की तारीख ही नहीं, बल्कि पार्टियों के प्रत्याशियों की फर्जी सूची भी वायरल होने का मामला सामने आ चुका है. यूपी में सपा-बसपा गठबंधन होने पर बसपा प्रत्याशियों की फर्जी लिस्ट भी वायरल हुई थी. जिस पर बहुजन समाज केस भी दर्ज करा चुकी है.
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर लगाई जा रही अटकलों के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि लोकसभा के आगामी चुनाव निर्धारित समय पर ही होंगे. अरोड़ा से सवाल किया गया था कि पाकिस्तान में वायुसेना के हमले के बाद पैदा सूरतेहाल में पर्याप्त सुरक्षा बलों की उपलब्धता नहीं होने की आशंका के कारण क्या लोकसभा चुनाव समय से कराना संभव होगा? मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शीपूर्ण तरीके से कराने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन होगा और हर शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई की जाएगी.