कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद
नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 4 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. मुठभेड़ कुपवाड़ा के लंगेट इलाके में हुई. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर, एक जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो पुलिसकर्मी एक आतंक विरोधी अभियान के दौरान आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हो गए. सूत्रों के अनुसार एक आतंकी जिसे मरा हुआ मान लिया गया था, ने एक क्षतिग्रस्त मकान से निकलकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा जिले के बाबागुंड इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. अधिकारियों ने बताया कि दिन में कई बार बीच-बीच में गोलीबारी बंद हुई लेकिन जैसे ही सुरक्षाकर्मी घर की ओर बढ़े आतंकवादियों ने फिर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. इसी घर में आतंकवादी छिपे हुए थे.
26 फरवरी को भारत की ओर से आतंकी कैंपों पर एयरस्ट्राइक और फिर पाकिस्तानी वायुसेना की भारत में घुसने की कोशिश ने दोनों देशों के तनाव को बढ़ाने का काम किया. हालांकि, तनाव की शुरुआत तो उसी दिन हो गई थी, जब 14 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम दिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद 26 फरवरी को आतंकी कैंप पर भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान को बौखला दिया. 27 फरवरी को भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ जवाबी कार्रवाई को लेकर खबरें जोरों पर रहीं.
पाकिस्तान ने एलओसी इलाके में अपने लड़ाकू विमान से घुसपैठ की कोशिश की जिसे भारतीय वायु सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तानी विमान का मलबा पाक अधिकृत कश्मीर में मिला. इस दौरान भारतीय वायुसेना को एक मिग विमान का नुकसान हो गया. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा एक पायलट लापता है. बाद में उसके पाकिस्तान में बंधक बनाए जाने की सूचना मिली. भरत ने पाकिस्तान के अधिकारियों को तलब किया और पाकिस्तान में कैद पायलट को सुरक्षित वापस करने को कहा. इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ फिर से बातचीत का राग अलापा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जंग हुई तो यह किसी के काबू में नहीं रहेगी. इमरान खान ने कहा कि हम भारत को बातचीत के लिए आमंत्रित करते हैं.