नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संयुक्त विपक्ष की ओर से भारत और पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर बयान जारी किया है. राहुल ने कहा है कि सरकार देश की अखण्डता सुनिश्चित करे. राहुल ने कहा कि 21 दलों की बैठक में पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद की ओर से किए गए पुलवामा हमले की निंदा की गई. राहुल ने कहा सशस्त्र बलों की ओर से लिए गए फैसले की बैठक में प्रशंसा की गई.

संयुक्त विपक्ष की ओर से राहुल गांधी ने कहा कि नेताओं ने पाकिस्तानी दुस्साहस की निंदा की और हमारे लापता पायलट की सुरक्षा के लिए गहरी चिंता व्यक्त की. नेताओं ने सरकार से भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सभी उपायों को अमल में लाने का आग्रह किया है.

विपक्षी दलों ने कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में अपने सशस्त्र बलों और सेना के प्रति एकजुटता का संकल्प दोहराते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद सत्ताधारी दल के नेताओं ने जवानों की शहादत का राजनीतिकरण किया जो गंभीर चिंता का विषय है.

संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में हो रही इस मीटिंग में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी और गुलाम नबी आजाद, तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव सुधाकर रेड्डी, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा और आरजेडी के मनोज झा शामिल हुए.

इसके अलावा आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, द्रमुक के टी शिवा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन, रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा, झारखंड विकास मोर्चा के अशोक कुमार, हम के जीतनराम मांझी, तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के कोडानदरम, जद(एस) के कुंवर दानिश अली, केरल कांग्रेस (एम) के के. जोस मणि, और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भी बैठक में शिरकत की.

बता दें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया को इस बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बुधवार को पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी, जिसे भारतीय वायु सेना ने विफल कर दिया.