नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और ऑरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को पीएसीए (प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन) से बाहर कर दिया किया. इस फैसले के बाद बैंक अब नया कर्ज दे पाएंगे. नई शाखाओं के खोलने पर लगी पाबंदी हट जाएगी. आपको बता दें कि इन सरकारी बैंकों को आरबीआई ने प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन (PCA) के दायरे में ला दिया था. पीएसीए में शामिल बैंकों की हालत जब तक नहीं सुधरती, तब तक ये कोई बड़ा नया कर्ज नहीं दे सकते हैं.

अब इन बैंकों के पीसीए से बाहर होने पर ग्राहकों पर कोई असर असर नहीं होगा. ये बैंक अपनी शाखाओं का विस्तार कर पाएंगे. साथ ही, नई भर्तियां भी शुरू हो जाएंगी. लिहाजा रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे. किसी बैंक के पीसीए में रखे जाने पर उसके ग्राहकों को फिक्र करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि आरबीआई ने 'बासेल मानकों' के अनुरूप बैंकों की वित्तीय सेहत दुरुस्त रखने के लिए पीसीए फ्रेमवर्क बनाया है, ताकि बैंक अपनी पूंजी का सदुपयोग कर सकें और जोखिम का सामना करने को तैयार रहें. वहीं,

देना बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, कॉरपोरेशन बैंक,इलाहाबाद बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया इसमें अभी भी शामिल हैं.