नई दिल्ली: अपने बयानबाजी के चलते सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को एक और बयान दिया है. मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, ''सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं, पर दिखाए हुए सपने अगर पूरे नहीं किए तो जनता उनकी पिटाई भी करती है, इसलिए सपने वही दिखाओ जो पूरे हो सकें. मैं सपने दिखाने वाले में से नहीं हूं. मैं जो बोलता हूं वो 100 फीसदी डंके की चोट पर पूरा होता है.''

इससे पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद पार्टी के बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने यह बयान देकर विवाद उत्पन्न कर दिया था कि पार्टी के नेतृत्व को हार और असफलताओं को स्वीकार करना चाहिए.

जहां उन्होंने इस बयान की गलत व्याख्या करने और गलत तरीके से लिखने का दावा किया, कई लोगों ने ये बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए माना. इसके बाद मोदी के स्थान पर गडकरी को लाने की मांग होने लगी.

महाराष्ट्र के प्रमुख किसान नेता किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को पत्र लिखकर मोदी के स्थान पर गडकरी को लाने की मांग की वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता संघप्रिय गौतम भी जनवरी में ही गडकरी को उप प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर चुके हैं.