धनबाद: राजस्‍थान के अलवर में गिरफ्तार महिला को रस्सी से बांधकर लाना झारखंड पुलिस को महंगा पड़ा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए गढ़वा पुलिस अधीक्षक ने अलवर गए पुलिस टीम में शामिल सभी चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। गिरफ्तार महिला को जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि अलवर से गिरफ्तार इस महिला के पूरे परिवार के 17 लोगों के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। मामला यह दहेज उत्पीड़न से जुड़ा है। गढ़वा जिले की प्रियंका शाही पिता वाईके शाही ने गढ़वा थाने में प्रताड़ना और दहेज मामले को लेकर पति सहित 23 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज़ कराई थी। प्रियंका का विवाह राजस्थान के अरवल निवासी सिद्धार्थ राव के साथ 10 मई 2015 को हुआ था, लेकिन पारिवारिक विवाद के कारण प्रियंका अपने घर चली आई। इसके बाद उसने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज़ करवाया था।
कोर्ट के दहेज अधिनियम के तहत वारंट पर गढ़वा पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने अरवल गयी थी, लेकिन ज्‍यादातर वारंटी फरार थे। प्रियंका की ननद को गढ़वा पुलिस अलवर में ही मेडिकल चेकअप के लिए ले गई जहां से उसकी कमर पर रस्सी बांधकर गढ़वा ले जाया जा रहा था। मामले में एक एसआई, दो महिला कांस्‍टेबल और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। प्रियंका शाही के पिता गढ़वा मे ही सेशन जज हैं।