अखिलेश का तंज़, रावण को भी मिले पेंशन
तौक़ीर सिद्दीक़ी
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिय अखिलेश यादव ने नरेन्द्र मोदी सरकार और योगी आदित्यनाथ की सरकार पर प्रेस कॉन्फेंस कर जमकर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि देश को एक नया प्रधानमंत्री चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के सभी साधु संतों को बीस हज़ार रुपए पेंशन मिलना चाहिए और सरकार के खजाने में कुछ पैसा बचता है तो रावण को भी पेंशन दे देना।
अखिलेश यादव ने ईवीएम का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बीजेपी फिर से ईवीएम में छेड़छाड़ कर सकती है। उन्होंने बैलट पेपर पर चुनाव कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग के समकक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे।
बीजेपी नेताओं की भाषा पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, अभी जैसे-जैसे लोकसभा 2019 का चुनाव नजदीक आएगा बीजेपी नेताओं की भाषा अभी और गिरेगा। अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी सबसे ज्यादा झूठ बोलती है। अखिलेश यादव ने कहा, इनके पास काम का कोई ब्यौरा नहीं है इसलिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस बार चुनाव में जनता उन्हें जवाब देने के लिए तैयार बैठी है
अखिलेश यादव ने कहा, जो लोग संस्कृति और समाज का ढंका पीटते हैं उनकी भाषा कल देखी आपने, बीएसपी की नेता आदरणीय मायावती जी के लिए जिस स्तर की घटिया भाषा का इस्तेमाल किया वह गलत है।
अखिलेश यादव ने एक किले का जिक्र करते हुए कहा, भारत की सरकार ये काम करे कि उत्तर प्रदेश को वो किला दान कर दे क्योंकि कुंभ का वक्त चल रहा है और कुंभ में दान करने का रैवाज है।
अखिलेश यादव ने ये प्रेस कॉन्फेंस पिछड़ा वर्ग की एक पार्टी सपा में शामिल होने पर की। इसके साथ ही उन्होंने छात्र संघ के पदाधिकारियों का भी स्वागत किया। अखिलेश यादव ने उन सारे छात्र संघ का स्वागत किया, जो चुनाव के पहले सपा में शामिल होना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा ने कि सपा में एक नई पीढ़ी और एक नेताओं की फौज है। हम अपने साथ ज्यादा से ज्यादा नवजवानों को जोड़ना चाहते हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहली बार प्रयागराज में चल रहे कुंभ में कैबिनेट बैठक करने जा रही है। यह बैठक 29 जनवरी या 4 फरवरी को हो सकती है। अधिकारियों के मुताबकि, बैठक के पहले योगी कैबिनेट के मंत्री सीएम के साथ संगम तट पर स्नान भी करेंगे। स्नान करने के बाद वे सभी कैबिनेट की बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार योगी सरकार आने वाले समय में साधु-संतों को पेंशन देने की भी घोषणा करने वाली है।