जेटली के बाद सुषमा ने संभाला रफाएल पर मोर्चा
कहा — विवाद राफेल डील में नहीं, कांग्रेस के दिमाग में है
नई दिल्ली: राफेल मुद्दे को लेकर लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा तो वहीं गुरुवार को राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने कांग्रेस पर पलटवार किया. कांग्रेस के सांसद आनंद कुमार के एक सवाल पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि विवाद राफेल डील में नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस के दिमाग में है. आनंद शर्मा ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से सवाल किया कि क्या सरकार पीएम मोदी और फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बीच हुई बैठक के मिनट्स जारी करेंगी? क्योंकि इस पर विवाद है?
इस पर सुषमा स्वराज ने कहा कि इसमें कोई विवाद नहीं है, विवाद आपके (कांग्रेस) दिमाग में है. सुप्रीम कोर्ट ने आपके हर सवाल का बिंदुवार जवाब दिया है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हर बिंदु पर सरकार को क्लीन चिट मिली है. इसके बाद विवादित कहना ठीक नहीं है. विदेश मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सांसदों ने राज्यसभा से वाकआउट कर दिया.
विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने बयान में कहा कि 15 दिसंबर को भारत यात्रा के दौरान फ्रांस के विदेश मंत्री से बातचीत के दौरान राफेल पर कोई चर्चा नहीं हुई है. साथ ही यह कहा कि फ्रांस के विदेश मंत्री ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट फैसले पर खुशी जताई. इस पर आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा ये दोनों बातें विरोधाभाषी हैं, राफेल पर चर्चा नहीं हुई तो उन्होंने खुशी कैसे जाहिर कर दी.
वहीं टीएमसी के सुखेंदु शेखर रॉय सुषमा स्वराज से पूछा कि क्या फ्रांस के विदेशमंत्री इसलिए खुश थे कि सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय कंपनी के खिलाफ जांच का आदेश नहीं दिया? इस पर सुषमा ने कहा कि ये हमारी चर्चा का विषय नहीं था. किसी एक विषय के लिए उनको नहीं लगा कि एक विवाद खत्म हो गया. वे इसलिए खुश थे क्योंकि उसी दिन कोर्ट का फैसला आया था. वह खुश थे यह उनके चेहरे से प्रकट हो रहा था, इसमें कौन सी बात विरोधाभाषी है.